जनपद में डेंगू के उपचार हेतु सुविधाएं जिला चिकित्सालय एवं स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध
रायबरेली ।10 नवम्बर22 जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने जनपद में डेंगू से बचाव एवं उपचार के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 वीरेन्द्र सिंह को निर्देशित किया कि जिला अस्पताल सहित समस्त स्वास्थ्य केंद्रों पर उपचार का नियमित अनुश्रवण कर उन्हें अवगत करायें। जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 वीरेन्द्र सिंह ने डेंगू ज्वर उपचार हेतु बताया कि जनपद में 18 सामु0स्वा0केन्द्रों पर 4-4 बेड मच्छरदानी युक्त आरक्षित किए गये हैं। उन्होंने बताया कि डेंगू के सम्भावित रोगियो की जॉच हेतु एन0एस0-1 रैपिड कार्ड सभी सामु0स्वा0केन्द्रो पर उपलब्ध है। जिला चिकित्सालय में एस0एस0एच0 लैब स्थापित है, जिसमें एलाइजा, एन0एस0-1 तथा एलाइजा आई0जी0एम0 सम्भावित रोगियो के कन्फर्मेशन हेतु जांच की सुविधा उपलब्ध है तथा जिला चिकित्सालय में 15 बेड डेंगू वार्ड में स्थापित हैं, आवश्यकतानुसार 15 बेड से अधिक बढाये जाने की व्यवस्था भी है।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि नगर क्षेत्रों में सोर्स रिडेक्शन हेतु 13 दैनिक मजदूर लगाये है जो घर-घर जाकर मच्छरों के प्रजनन स्थल वाले पात्रो को चिन्हित करते हुए उसे विनष्टीकरण किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में आशा द्वारा सोर्स रिडेक्शन यानि घर-घर भ्रमण कर टूटे-फूटे या अन्य पात्रों में एकत्र पानी जो 1 साप्ताह से अधिक भरा है, उसे खाली करने की सलाह दी जाती है। तथा टूटे-फूटे बर्तनो में पानी एकत्र ना होने पाये जनमानस में जागरूकता उत्पन्न कराते है। ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज विभाग द्वारा ग्रामों में साफ-सफाई एवं एकत्र पानी में लार्वानाशक छिड़काव एवं नगर क्षेत्रों में नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत द्वारा नगरीय क्षेत्रों में साप्ताहिक रूप से लार्वानाशक छिड़काव तथा फागिंग करवाया जा रहा है। जिससे व्यस्क मच्छरों को सामाप्त कर मच्छर के प्रजनन पर नियंत्रण पाया जा सकेे। बुखार आने पर अपने नजदीकी सरकारी चिकित्सालय में सम्पर्क कर उपचार कराये किसी भी झोलाछाप चिकित्सक से उपचार ना कराये। बुखार आने पर पैरासिटामॉल का ही सेवन किया जाये।