देवस्थली विद्यापीठ में बाल दिवस आयोजित
गढी पुख्ता। गॉव हथछोया में स्थित देवस्थली विद्यापीठ में बाल दिवस कार्यक्रम बडी धूम धाम से मनाया गया ।जिसमें विद्यापीठ के प्रबंधक प्रेमसिंह दिलावरे ने कहा कि बाल दिवस बालकों के अधिकार एवं समाज में महत्ता को स्वीकारने का दिन है।दुनिया में पहली बार 1954 में बाल दिवस मनाया गया। कालेज प्रभारी सुनील कुमार ने छात्रों को बताया कि भारत में बाल दिवस 14 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन पूरी तरह से हमारे प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को समर्पित है क्योंकि 14 नवंबर उनका जन्मदिन है। नेहरू जी बच्चों से विशेष स्नेह रखते थे और उनको देश का भविष्य मानते थे इसलिए उनके जन्मदिन को देश में बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। प्रियंका शर्मा ने कहा कि बालक किसी भी समाज एवं देश का भविष्य होते हैं इसलिए उनकी उचित देखभाल एवं संस्काररोपण अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर छात्राओं ने गीत, कविताएँ एवं अपने विचार प्रस्तुत किए।कार्यक्रम में शैली पुंडीर, ज्योति देवी एवं नरेंद्र आदि ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।इस दौरान कार्यक्रम में डिंपल, प्राची ,वैष्णवी, मुस्कान ,प्रिंसी, महिमा, साक्षी, काजल आदि छात्राओं ने भाग लिया।