चौसाना के व्यापारी से हुई लूट का खुलासा
डेढ लाख की रकम, मोबाइल, तमंचा व बाइक भी बरामद
शामली। दो सप्ताह पूर्व चौसाना क्षेत्र में व्यापारी से हुई लूट का पुलिस ने खुलासा करते हुए तीन लुटेरों को गिरफ्तार किया है।जिसमे लुटेरों के कब्जे से पुलिस ने लूटी गई रकम के डेड लाख रुपये, मोबाइल,तमंचा कारतूस व मोटरसाइकिल बरामद की है।
दो सप्ताह पूर्व चौसाना से अपनी दुकान बंद करके घर जा रहे व्यापारी हरिओम सैनी पुत्र सुरेन्द्र निवासी पठानपुरा से गांव के नजदीक मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने हथियारों के बल पर थैला लूट कर फरार हो गए थे।जिसमे लूटे गए थेले में व्यापारी हरिओम की ढाई लाख रुपए नकदी , मोबाइल,बहीखाते थे।लूट की घटना से पुलिस में हड़कंप मच गया था। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक अभिषेक ने घटना के खुलासे हेतु सर्विलांस टीम सहित खुलासे के लिए टीम गठित की थी।जिसमे पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन लुटेरों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने अपने नाम विशाल उर्फ आशु उर्फ जोजो पुत्र जसवीर,अनीश उर्फ अमित पुत्र सुनील,रजत पुत्र सुनील निवासी गांव सलारपुर थाना गंगोह जनपद सहारनपुर बताया है। पुलिस ने पकड़े गए लुटेरों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त की गयी स्पलेंडर मोटरसाइकिल,लूटी गई धनराशि से प्राप्त डेड लाख रुपए नकदी, सेमसंग मोबाइल,एक तमंचा 315 दो जिंदा कारतूस बरामद किये है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की है। चौसाना में व्यापारी हरिओम से हुई लूट के मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये लुटेरों से पूछताछ की गई। जिसमे गिरफ्तार लुटेरे विशाल द्वारा बताया गया कि मैं हरिओम की दुकान पर पहले से ही आता-जाता था और थोडा बहुत सामान खरीदता था। दुकानदार हरिओम को मैंने रात्रि में दुकान बंद करके रूपये लेकर अकेले में जाते हुए देखता था और उसकी दुकान बहुत अच्छी चलती थी। जिसको देखकर मेरे मन में दुकानदार से पैसे लूट लेने की योजना आई।जिसमें मैंने अपने गांव के ही अनीश व रजत को मिलकर दुकानदार हरिओम से लूट करने में शामिल किया । योजना के अनुसार दो अक्टूबर को मैंने रैकी करते हुए हरिओम की दुकान पर जाकर सामान खरीदा और जब वह अपनी दुकान बंद करके अपने घर की तरफ जा रहा था, तब रास्ते में खडे मेरे साथी अनीश व रजत द्वारा दुकानदार हरिओम को सडक पर तमंचा दिखाकर रोक लिया। उससे ढाई लाख रूपये, थेले में रखा मोबाइल, बहीखाता/रजिस्टर आदि लूट लिया। पुलिस को बरगलाने के लिए हम लोगों ने हरिओम का मोबाइल वहीं फैंक दिया ताकि कोई और व्यक्ति उसे उठा ले और पुलिस हमारे पीछे ना लगे।हम लोग लूट करने के बाद भागने की फिराक में थे तभी पुलिस ने हमें पकड़ लिया।