भूमाफियां 40 बीघा कृषि भूमि में काट रहे अवैध कालोनी, प्रशासन नतमस्तक 

भूमाफियां 40 बीघा कृषि भूमि में काट रहे अवैध कालोनी, प्रशासन नतमस्तक 
- अवैध मिट्टी खनन कर किया जा रहा कालोनी का भराव
- तहसील प्रशासन भूमाफियाओं के सामने हुआ नतमस्तक
- शासन व उच्चाधिकारियों के आदेशों की कर रहे अवेहलना 
शामली। कैराना में अवैध कालोनियों का  कारोबार वर्षों से तहसील प्रशासन की देख रेख में खूब फल फूल रहा है। जिसका जीता जागता एक उदहारण है कि नगर में लगभग पंचास कालोनी काटी जा रही है। इससे पूर्व में भी दर्जनों काटी गई है लेकिन एक भी कालोनी वैध नहीं हैं। भूमाफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि जिला प्रशासन के सख्त निर्देश के बाद भी तितरवाड़ा मार्ग पर स्थित 40 बीघा कृषि भूमि में कालोनी काट रहे है। साथ ही अवैध मिट्टी खनन करने के बाद प्लाटिंग में भराव जारी है। भूमाफियाओं के आगे तहसील प्रशासन पुरजोर नतमस्तक हो गया है।
 
कैराना के तितरवाड़ा मार्ग पर आबादी के निकट स्थित 40 बीघा कृषि भूमि में भूमाफिया द्वारा तेजी से प्लाटिंग की जा रही है। कैराना तहसील प्रशासन से सांठगांठ कहें या जबरन इन भू माफियाओं ने कृषि भूमि में अवैध रूप से मिट्टी खनन करने के उपरांत भराव शुरू कर रखा है। लेकिन तहसील प्रशासन की ओर से इन भूमाफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। जिसके चलते इनका इकबाल पूरा बुलंद है। कैराना वासियों का कहना है कि इस कालोनी को काटने वाले डीलर पूर्व में नगर में दर्जनों ऐसी बड़ी कालोनी अवैध रूप से काटकर राजस्व विभाग, विकास प्राधिकरण, विद्युत विभाग, नगर पालिका आदि विभागों के मानक ताक पर रख कर करोड़ों रुपये का चूना लगाकर स्वयं डकार गए है। लेकिन लोगों का कहना है यह सब खेल तहसील प्रशासन के इशारे पर जारी है। इसलिए उच्चधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना कर इन भूमाफियाओं को प्रमुखता से कार्रवाई की श्रेणी एवं सूची से बाहर रखा जाता है। वही लगातार खबरों को प्रकाशित कर काले एवं अवैध कारोबार को उजागर करने पर 20 लाख राजस्व सरकारी खाते में जमा हुआ है। 
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कैराना तहसील प्रशासन ने सूची में किया खेल 
जिलाधिकारी जसजीत कौर द्वारा सभी तहसीलों से अवैध कालोनी की सूची मांगी गई थी। तहसील प्रशासन ने सूची तैयार कर जिला मुख्यालय पर भेजी गई। लेकिन तितरवाड़ा मार्ग पर स्थित 40 बीघा कृषि भूमि में, मायापुर मार्ग, रामडा मार्ग पर बारात घर के समीप काटी जारही कालोनी को बचाते हुए सूची में शामिल नहीं किया गया।
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उच्चाधिकारियों के निर्देश को नहीं पहनाया गया अमलीजामा
गत बारह दिन पूर्व एडीएम संतोष कुमार सिंह ने जिला मुख्यालय पर आयोजित बैठक में जनपद में तैनात एसडीएम, तहसीलदार व अन्य विभागों के उच्चधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा था कि जल्द सभी अपने क्षेत्र में मौजूद भूमाफियाओं को चिन्हित कर कार्रवाई करें। वही अवैध कालोनियों पर अंकुश लगाते हुए प्रभावी कार्रवाई अमल में लाई जाएं। लेकिन कैराना तहसील प्रशासन ने उच्चधिकारियों के निर्देशों का पालन नहीं किया।
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आखिर कब होगी इन भूमाफियाओं पर कार्रवाई ?
कृषि भूमि में प्लाटिंग व दीवारें बनाकर मिट्टी का भराव दोनों कार्य अवैध रूप से किए जा रहे है। यह भूमि फिलहाल अकृषि भूमि में परिवर्तित नहीं कराई गई है। प्रशासन कब अवैध कालोनी, अवैध मिट्टी खनन व भूमाफियाओं पर कब नकेल कस कर, तहसील प्रशासन की साठगांठ व मिलभगत की चर्चाओं पर आखिर कब लगेगा विराम ?