भूमाफियों के आतंक से परेशान हुए व्यापारी,तहसील समाधान दिवस में अधिकारियों से लगाई इंसाफ की गुहार

भूमाफियों के आतंक से परेशान हुए व्यापारी,तहसील समाधान दिवस में अधिकारियों से लगाई इंसाफ की गुहार

इसरार अंसारी।

 अधीनस्थ चकबंदी अधिकारियों पर लगाया मिलीभगत कर साज करने का आरोप अधिकारियों ने दिया एक फरवरी को भूमि पर कब्जा दिलाने का आश्वासन
 मवाना   तहसील क्षेत्र के ग्राम बिसोला में भूमाफियाओं के आतंक से परेशान व्यापारियों ने तहसील पहुंचकर समाधान दिवस में फरियाद सुन रहे अधिकारियों से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है वहीं अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेते हुए अधीनस्थ अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए हैं। बता दें कि तहसील समाधान दिवस में पहुंचे ग्राम बिसोला निवासी अरविंदरजीत सिंह  जगजीत सिंह पुत्रग भूपेंद्र सिंह, रतन सिंह, हरबक्श सिंह पुत्र रणजीत सिंह, सर्वजीत सिंह पुत्र रणजीत सिंह, उपेंद्र सिंह पुत्र मोहन सिंह,अविंदर सिंह, मोहन सिंह पोत्र रतन सिंह, रविंदर जीत सिंह पुत्र स्वर्गीय मोहन सिंह आदि लोगों के पूर्वजों की ग्राम बिसोला में चक संख्या 1215 प्रस्तावित है पीड़ित वर्तमान में  दिल्ली कैंट सूबा देहली मे रहते हैं आरोप है कि इसी का लाभ उठाते हुए तीन भू माफियाओं ने चकबंदी अधिकारियों से सांठगांठ कर आला अधिकारियों के आदेश के बावजूद अभी तक कब्जा नहीं दिलाया है। इसी मामले को लेकर पीड़ितों ने तहसील समाधान दिवस में जनमानस की समस्याएं सुन रहे  अधिकारियों को बताया की उनके दादा रतन सिंह व भूपेंद्र सिंह की ग्राम बिसोला में पुश्तैनी जमीन है। उक्त भूमि चकबंदी विभाग के अंतर्गत आती है। चकबंदी विभाग द्वारा क्षेत्र के भू माफियाओं से सांठगांठ कर उनकी जमीन को चक सीमांकन कर पैमाइश नहीं होने दी। जिस कारण से शिकायतकर्ता की जमीन पर भूमाफियाओं का कब्जा है। पीड़ितों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद भी चकबंदी विभाग के अधिकारी भू माफियाओ से साज करके चकबंदी विभाग के अधिकारियों ने प्रार्थीयों के चक की पैमाइश नहीं की है। आरोप है कि क्षेत्र के तीन बड़े भूमाफिया चकबंदी विभाग के अधिकारियों पर दबाव बनाकर उनकी जमीन पर कब्जा किए हुए हैं। तथा पीड़ितों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। अपने अधिवक्ता के साथ तहसील सभागार में पहुंचे प्रार्थीयों ने शिकायत सुन रहे एसपी देहात अनिरुद्ध कुमार एसडीएम अखिलेश यादव तहसीलदार आकांक्षा जोशी एवं सीओ आशीष शर्मा से न्याय की गुहार लगाई। जिस पर अधिकारियों ने एक फरवरी को भूमि का कब्जा दिलाए जाने का आश्वासन दिया है। अधिकारियों के आश्वासन से  प्रार्थी  संतुष्ट नजर आए।