सर्वर की समस्या से उपभोक्ता हलकान,क्या यही है डिज़िटल इंडिया का कड़वा सच

सब कुछ आनलाइन!फ़िर आख़िर क्यों हो रहा उपभोक्ता हलकान।हालात बद से बदतर अपना ही पैसा निकालने मे अस्मर्थ उपभोक्ताओं द्वारा कारण़ पूँछने पर बैंक कर्मचारियों की बदसलूकी।मीडिया कर्मी भी हुआ शिकार।

महेंद्र राज  (मण्डल प्रभारी)

प्रदेश के मुखिया के लाख कोशिशों के बाद भी पत्रकारों का शोषण व उनके साथ होने वाली अभद्रता थमने का नाम ही नहीं ले रही है। हालात इतने बद्तर हो चुके हैं कि मौजूदा समय में किसी भी प्रकरण की जानकारी करने अगर गलती से भी पत्रकार चला जाए तो उस पर न जाने कितने मुकदमे पंजीकृत कर दिए जाते हैं।ताज़ा मामला अजगैन कोतवाली क्षेत्र के चमरौली इंडियन बैंक का प्रकाश में आया है जहाँ बीते शुक्रवार को जगदीशपुर निवासी स्थानीय पत्रकार विमलेश चंद्र अपने निजी कार्य हेतु बैंक पहुंचे। खाते से पैसा निकासी में अस्मर्थ होने पर जब उन्होने इसकी जानकारी करनी चाही तो शाखा प्रबंधक की गैर मौजूदगी में स्टाफ ने अपमानजनक शब्दों के साथ बहस शुरू कर दी।मामला बढ़ता देख पुलिस भी पहुंची तथा हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को शांत कराया।स्थानीय उपभोक्ताओं तथा ग्रामीणों से बात करने पर उन्होने बताया कि कई दिनों से सर्वर न आने की समस्या बनी हुई है तथा घंटों धूप में खड़े होने के बाद भी पैसा नहीं निकल रहा है जब कि किसी के घर माँगलिक कार्य व किसी को चिकित्सकीय कार्य हेतु धन निकासी की महती आवश्यक्ता है।क्या यही है आधुनिक भारत का कड़वा सच या राजकीय कर्मचारियों के दुष्कृत्यों पर प्रफुल्लित मीडिया मैनेजमेंट।