निजूल लेण्ड पर लग रहा है मंगल बाजार, नगर पालिका बसूूल रही है किराया
एटा। स्थानीय मौहल्ला कैलाशगंज में कैलाश मन्दिर के सामने खाली भूमि जो निजूल लेण्ड घोषित हो चुकी है। पर साप्ताहिक मंगल बाजार लगता है। मंगल बाजार में जो दुकाने लगाई जाती है। उन दुकानदारों से नगर पालिका अच्छा खासा किराया बसूल करती है। एक चारपाई की जगह के दुकानदारों से तीन सौ रूपये बसूल किये जाते है। परन्तु दुकानदारों को सुविधा के नाम पर दुआ मिलती है। बिजली-पानी की कोई व्यवस्था नही है। शाम होते ही बाजार अन्धकार में डूब जाता है। बरसा हो जाये तो इस मैदान में पानी भर जाता है। दुकानों का सामान पानी में तैरता हुआ नजर आता है। परन्तु पालिका का कार्य केवल किराया बसूली तक सीमित होकर रह गया है। जानकारों का कहना है कि जो निजूल लेण्ड होती है और उस भूमि पर यदि कोई मार्केट लगता है और उससे जो राजस्व आता है। वह जिला प्रशासन के कोष में जमा होना चाहिये न कि नगर पालिका में। जिलाधिकारी महोदय इस ओर शीघ्र ध्यान दें। यदि जानकारों का यह कहना सत्य है कि निजूल लेण्ड से जो राजस्व आता है उसे जिला प्रशासन के खाते में जमा होना चाहिये तो मंगल बाजार से प्राप्त राजस्व भी जिला प्रशासन के कोष में जमा कराया जाये। जन चर्चाऐं तो इस प्रकार की भी है कि जिस निजूल लेण्ड पर मंगल बाजार लगता है नगर पालिका उस बाजार से होने वाली आय का ठेका उठाने का भी प्रयास कर रही है। इसमें सत्यता क्या है कि निजूल लेण्ड से प्राप्त राजस्व नगर पालिका में जमा होना चाहिये या राजस्व विभाग में। जनता जानकारी चाहती है।