श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन वृंदावन के मानस मर्मज्ञ संत अतुल कृष्ण भारद्वाज ने भगवान श्री कृष्ण लीला प्रसंग को बड़े ही मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया

श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन वृंदावन के मानस मर्मज्ञ संत अतुल कृष्ण भारद्वाज ने भगवान श्री कृष्ण लीला प्रसंग को बड़े ही मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया

टिकैतनगर (बाराबंकी): क्षेत्र के डेरेराजा में श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन वृंदावन के मानस मर्मज्ञ संत अतुल कृष्ण भारद्वाज ने भगवान श्री कृष्ण लीला प्रसंग को बड़े ही मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया जिसे सुनकर श्रद्धालु राधा कृष्ण की भक्ति में डूब गए उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की ओर से की गई रासलीला जिओ एवं परमात्मा के मिलन का रास्ता दिखाती है गोपी यानी जीवात्मा कृष्ण अर्थात ईश्वर परमात्मा ने रास रचाया काम को पराजित करने की लीला समझ जी एवं परमात्मा का मिलन है। हम परमात्मा को चाहते हैं परंतु अपने चारों ओर अनेक प्रकार के आडंबर को फैलाए रखते हैं यदि ईश्वर को जानना अथवा पाना है तो सबसे पहले अपने आप को जानना पड़ेगा और अपने ऊपर पड़े हुए मौके पर दे को हटाना पड़ेगा। कहा कि कृष्ण गोपी ईश्वर और गोपी जीवन के ऊपर पड़े अज्ञान व मोह के पर्दे को चीर हरण रूपी लीला हटाते हैं गोपी यानि जीव कृष्ण यानि परमात्मा वस्त्र यानी अविद्या कोई लाल हरे एवं पीले वस्त्रों को नहीं चुराया बल्कि जल में नंग होकर स्नान करने से वरुण देवता का अपमान होता है इसीलिए वस्तु को चुराया अर्थात चीर हरण हुआ उस समय भगवान श्री कृष्ण की अवस्था 5 वर्ष की थी अर्थात 5 वर्ष के बालक में कोई कामवासना नहीं होती भगवान ने कहा कि इसी बात को हमें समझाना है जब तुम नहीं समझ सकोगे और ना देख सकोगे मैं तुम्हें सबके सर्वत्र व्याप्त हूं आवश्यकता है अपने भीतर के चक्षुओं को  खोलकर देखने की रासलीला वास्तव में जीव एवं परमात्मा के मिलन की एक आध्यात्मिक यात्रा है जिस पर चलकर असीमा शांति एवं आनंद का अनुभव प्राप्त होता है। कृष्ण कंस रूपी अभिमान को मारा अभिमान रूपी कंस की दो पत्नी आस्ती अर्थात प्राप्ति माने होगा रुकमणी साक्षात लक्ष्मी कृष्ण साक्षात नारायण भगवान ने रुक्मणी का हरण करके उसके भाई रुक्मणी को ब्रम्ह होने का प्रमाण दिया भीस्मक दर्शन करके अपने कन्या रुक्मणी का विवाह श्री कृष्ण से किया अर्थात लक्ष्मी नारायण का पुनः मिलन हुआ। श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह भी हेलीकॉप्टर से पहुंचे। उनको देखने के लिए आस-पास के गांव के लोगों की भीड़ लग गई। कथा के आयोजक मनोज कुमार शर्मा ने उनका फूल मालाओं से स्वागत किया। अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत बलराम दास, जगदीश प्रसाद गुप्ता, विवेक मिश्रा, पंकज मिश्रा, अनिल शुक्ला, पंकज विश्वकर्मा,पूर्व ब्लाक प्रमुख दृगपाल सिंह मौजूद रहे।