चंद व्यापारियों से चपरासी की सेटिंग के चलते साप्ताहिक बंदी का उड़ाया जा रहा मखोल।
नगर के कुछ व्यापारी साप्ताहिक बंदी में खोल रहे अपने प्रतिष्ठान साप्ताहिक बंदी का पालन करने वाले व्यापारियों में पनप रहा आक्रोश श्रम विभाग मौन।
मवाना इसरार अंसारी। जिले के सभी कस्बों में जिलाधिकारी दीपक मीणा के निर्देश पर नगर एवं शहरों में बुधवार को साप्ताहिक बंदी का ऐलान कर रखा है। लेकिन इसके बावजूद भी बावजूद स्थानीय श्रम विभाग के चपरासी की सांठगांठ एवं उगाही के चलते नगर में साप्ताहिक बंदी का असर बुधवार को बेअसर मिला। व्यापारियों ने बताया कि चपरासी रुपये न देने पर उनके प्रतिष्ठानों को चालान करने की धमकी भी देता है। साप्ताहिक बंदी के बाद कुछ व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा तो कुछ व्यापारी खुलेआम व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों को खुलेआम खोलकर ग्राहकों को सामान देते हुए नजर आए। व्यापार संगठन के पदाधिकारियों ने श्रम विभाग के अधिकारियों से पूरी तरह से साप्ताहिक बंदी की मांग उठाई है। बता दें कि मवाना में साप्ताहिक बंदी का असर बुधवार को बेअसर मिला। श्रम विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते चपरासी पर उगाही करने का आरोप भी व्यापारियों ने लगाया है। जिसके चलते बुधवार को साप्ताहिक बंदी के बाद भी कुछ व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों को बंद करने के बजाय खोलकर सामान बेचते नजर आये। मवाना नगर के मुख्य बाजार के अंतर्गत सुभाष चौक के निकट कुछ रेडीमेड गारमेंट्स की दुकान है गोल मार्केट, किला परीक्षितगढ रोड, दयानंद बाजार, सुभाष बाजार आदि स्थानों पर स्थित व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों को बंद करने के बजाय खोलकर सामान बेचते नजर आये। चपरासी की सांठ गांठ से साप्ताहिक बंदी का असर बुधवार को बेअसर दिखाई दिया। व्यापार संगठन के पदाधिकारियों ने एसडीएम अखिलेश यादव एवं श्रम विभाग के अधिकारियों से पूरी तरह से साप्ताहिक बंदी कराने की मांग उठाई है।