नगर तहसील क्षेत्र में एक्यूआई बढ़ने से घुटने लगी सांसे स्वांस रोगियों के लिए हवा में घुल रहा ज़हर।

नगर तहसील क्षेत्र में एक्यूआई बढ़ने से घुटने लगी सांसे स्वांस रोगियों के लिए हवा में घुल रहा ज़हर।


 इसरार अंसारी

मवाना  नगर तहसील क्षेत्र में कई दिनों से आसमान में जहरीली हवा फैलने से लोगों को सांस लेने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिसमें मवाना बहसूमा हस्तिनापुर रामराज मवाना खुर्द तथा आसपास के देहात क्षेत्र में एक्यूआई बढ़ जाने से वायु प्रदूषण थमने का नाम नहीं ले रहा है। बृहस्पतिवार को बहसूमा से सह संवाददाता मोबिन सलमानी ने जानकारी देते हुए बताया कि कई दिनों से आसमान में कोहरा नुमा प्रदूषण फैला रहा जिससे लोगों को आंखों में जलन सांस लेने में दिक्कत हो रही है। दीपावली के बाद वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। शासन के आदेश अनुसार प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए प्रदूषण विभाग ने कई गाइडलाइन जारी की लेकिन इसका कोई फायदा होता नजर नहीं आ रहा है शासन द्वारा कई विभागों को इस प्रदूषण पर कंट्रोल करने के लिए सम्मिलित करने के बावजूद भी कोई भी जागरूकता नजर नहीं आ रहा है। बृहस्पतिवार  सवेरे से ही आसमान में कोहरा नुमा प्रदूषण फैला रहा जिसे लोग सवेरे तो कोहरा मान रहे थे लेकिन दोपहर के समय जब लोगों को सड़कों पर चलने में आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हुई तो पता चला कि वायु में प्रदूषण फैल चुका है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की मानें तो वायु प्रदूषण बढ़ने से दंमे के मरीजों को सबसे अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मवाना सीएचसी प्रभारी डॉ अरुण कुमार ने बताया कि इस प्रदूषण से बचने के लिए सभी को सावधानियां बरतनी अति आवश्यक है इससे बचने के लिए मास्क का प्रयोग करें और अधिकतर घरों में ही रहे। वही क्षेत्र में पत्ती पराली जलाने का विरोध करें जिससे वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। बताते चलें कि दीपावली से पहले अवैध आतिशबाजी का सामान बनाने वालों एवं बेचने वालों पर शिकंजा कसा जाता है। लेकिन दीपावली के बाद अवैध आतिशबाजी का धंधा उरूज पर पहुंचता है। जब पुलिस दीपावली के बाद आला अधिकारियों को आदेश के चलते दीपावली पर्व बीत जाने पर राहत की सांस लेती है उसके बाद ही शादी विवाह व अन्य आयोजनों के लिए महंगी आतिशबाजी का अवैध कार्य शुरू किया जाता है। हवा में घुल रहे इस प्रदूषण की खास वजह शादी विवाह और अन्य समारोह में हो रही आतिशबाजी इसका मुख्य कारण है। जिस पर प्रशासन को रोक लगानी चाहिए नहीं तो ना जाने कितने बीमार लोग इस प्रदूषण के शिकार होंगे।