मौरंग माफिया के डर से खेत पर जाना हो रहा है दुशवार
- आवंटित पट्टा की जमीन से जबरन कर रहे है मौरंग खनन
उरई। ग्राम पथरेहटा के ग्रामीणों ने सोमवार को डीएम को प्रार्थना पत्र दिया। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें लगभग 27 साल पहले भूमि का पट्टा आवंटित हुआ था। जो अब वर्तमान में संक्रमणीय भूमि में दर्ज है। लेकिन लेखपाल की मिली भगत से मौरंग माफिया खनन कर रहे हैं। इतना ही नहीं जब उन्होंने खनन के लिए मना किया तो उन्हें लगातार धमकियां दी जा रही हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि उन्हें सुरक्षा के साथ माफियाओं से जमीन दिलाई जाए। कदौरा क्षेत्र के ग्राम पथरेहटा के ग्रामीण रामनारायण, सत्तीदीन व बाबूराम ने डीएम चांदनी सिंह को प्रार्थना पत्र दिया। जिसमें उन्होंने बताया कि ग्राम पथरेहटा के 1995 में भूमि के पट्टे आवंटित हुए थे। जिसमें उन्हें गाटा संख्या 439/3 व 439/2 रकवा 0.595 हे. व 0.429 है। इस पर वे कई साल से कृषि कार्य करते चले आ रहे हैं। लेकिन जब से मौरंग माफिया की नज़र इस जमीन पर गई। तभी से उनका खेत पर जाना दुशवार हो रहा है। पथरेहटा खंड 6 के संचालक गुड्डू सिंह परिहार ने लेखपाल से मिलकर उनके खेत में खनन करना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं अब लेखपाल खसरा बनाने व तरवीन देने से मना कर रहा है। उनका आरोप है कि मौरंग माफिया की गुण्डई के चलते वे अपने खेत पर भी नहीं पहुंच पा रहे हैं। उनके खेत के आसपास मौरंग माफिया के गुर्गे घूमते रहते है, जो वहां जाने से मना करते हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि उनकी जान खनन माफिया से बचाई जाए व उनकी भूमि उन्हें वापस दिलाई जाए।