परमात्मा की उपासना करना जीवमात्र का परम धर्म: आ कपिल
संवाददाता राहुल राणा
दोघट।क्षेत्र के गांव तमेलागढी में हिन्दू युवा वाहिनी के अध्यक्ष मा प्रमोद के यहाँ जीवों के कल्याण एवम् पर्यावरण की शुद्धि के लिए हवन किया गया ।यज्ञ के आचार्य रहे युवा विद्वान कपिल शास्त्री ने कहा कि ,सभी जीवों का कर्तव्य बनता हैं कि, वह प्रभु की उपासना नित्यप्रति करें ।अपने देवों की स्तुति उपासना करना ही मनुष्यों का परम लक्ष्य हैं।
बताया कि ,परमात्मा सच्चिदानंद स्वरूप, निर्विकार, सर्वव्यापक, न्यायकारी व दयालु हैं।उसमे कोई दोष व विकार नहींं हैं ,वह कभी शरीर धारण नहींं करता,इसीलिए वह सर्वज्ञ हैं ।अतः सभी जीवों का कर्तव्य बनता हैं कि उनकी उपासना करें।मनुष्य शरीर धारण करता हैं इसलिये वह सुख और दुःख दोनों भोगता हैं।
कपिल शास्त्री ने बताया कि परमात्माआनंद स्वरूप, नित्य पवित्र और सृष्टिकर्ता हैं ,हमें उनके गुणों को प्राप्त करने के लिए उनकी उपासना करनी चाहिए।जीवात्मा का लक्ष्य आनंद पाना हैं ।प्रभु की उपासना करने से आत्मिक बल मिलता हैं इसीलिए परमात्मा की उपासना सुबह शाम करनी चाहिए ।
मा प्रमोद ने यज्ञ में पहुँचे सभी बन्धुओं से सभी प्रकार के नशे को त्यागने का निवेदन किया ।यज्ञ में मा प्रमोद सपत्नीक यज्ञमान रहे ।इस अवसर पर भाई सोनू कुमार ,विपिन कुमार, जितेंद्र आर्य,मोनू ,मोहित ,देवांश ,बहन तनु ,विधि आदि उपस्थित रहे।