ऐतिहासिक गांधारी तालाब में सुरंग की सूचना से प्रशासन में मचा हड़कंप जांच करने पहुंची पुरातत्व की टीम
इसरार अंसारी
90 वर्षीय वृद्धा ने बताया तालाब में गांधारी एवं द्रोपति रानियां करती थी स्नान वृद्धा ने सुरंग एवं बारादरी होने की बात कही सच क्या है यह जांच का विषय है!
मवाना शासन के आदेश अनुसार ऐतिहासिक स्थलों को नया प्रारूप देने के आदेश के चलते नगर में महाभारत कालीन गांधारी पक्के तालाब में पालिका द्वारा सौंदर्यकरण कार्य के चलते एक सुरंग नुमा आकृति मिलने पर मौके पर बुधवार को आसपास क्षेत्र के लोगों का गांधारी तालाब पर हुजूम उमड़ पड़ा। सूचना पाकर उप जिलाधिकारी अखिलेश यादव ने गुरुवार को मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और पुरातत्व टीम को मामले की जानकारी दी। जिसके चलते गुरुवार को पुरातत्व विभाग की छह सदस्यीय
टीम मवाना में स्थित गांधारी तालाब में प्राचीन सुरंग की जांच के लिए देर शाम पहुंची। इस मौके पर पुरातत्व विभाग से एसिस्टेंट आर्को लोजिस्टिक्स वीके सिंह ने बताया तालाब मध्यकाल से जुड़ा है। इस दौरान टीम ने सुरंग के बाहरी हिस्से में कुछ खुदाई कर आसपास स्थान की नपाई की। वही मौजूद लोगों ने टीम से तालाब की खुदाई की मांग उठाई। टीम के अधिकारियों ने बताया कि तथ्यों की जांच के बाद डीएम दीपक मीणा को रिपोर्ट भेजी जाएगी। उसके बाद ही आगे की कार्रवाई अन्य विभागीय टीम द्वारा की जाएगी। बता दें कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत नगर पालिका द्वारा तालाब की सफाई एवं सौंदर्य करण का कार्य एवं खुदाई शुरू कराई गई है इस दौरान बुधवार को तालाब के मैदान में खेल रहे युवाओं की टोली को तालाब में सुरंग जैसी आकृति नजर आई युवाओं ने देखते ही आकृति की वीडियो बनाई और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जिसके चलते देर शाम से रात तक देखने वालों का तांता लग गया कुछ लोगों का यह भी कहना है कि यह सुरंग महाभारत कालीन है और यह हस्तिनापुर को जोड़ने वाला स्रोत है। मामले की सूचना पाकर एसडीएम अखिलेश यादव गुरुवार को गांधारी पक्के तालाब पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया एसडीएम ने पूरे मामले को संज्ञान में लेकर पुरातत्व विभाग की टीम को सूचना देकर मामले को स्पष्ट करने की बात कही। गुरुवार की देर शाम पुरातत्व विभाग की 6 सदस्य टीम में पुरातत्व विभाग के असिस्टेंट लॉजिस्टिक्स वीके सिंह के नेतृत्व में टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और सुरंग जैसी आकृति का निरीक्षण किया। इस दौरान पुरातत्व टीम के अधिकारियों ने बताया कि वह इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपेंगे इसके पश्चात आगे की जांच विभाग से संबंधित आला अधिकारी करेंगे।