बंदरों के हमले में घायल शामी जिंदगी से हार गया जंग उपचार के दौरान मृत्यु परिजनों में मचा कोहराम।
मवाना इसरार अंसारी। मवाना नगर में बंदरों का आतंक से लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त होने से लोग अपने घरों में कैद हो गये हैं। चार दिन पहले किशोर को बंदरों के झुंड ने घेर कर हमला कर दिये जाने के बाद जाम बचाने के लिए छत से कूदने पर उसकी सिर की हड्डी के टुकड़े हो गए थे। उपचार के दौरान नर्सिंग होम में भर्ती घायल ने जिंदगी और मौत से जंग लड़ते हुए बुधवार को दम तोड़ दिया है। किशोर की जान चली जाने पर पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर नगरपालिका प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग उठाई है। नगर पालिका पूर्व चेयरमैन अय्यूब कालिया ने नगर में बढ रहे बंदरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग उठाते हुए तहसील प्रांगण में धरना प्रदर्शन करने एवं एसडीएम अखिलेश यादव को मामले से अवगत करा कर समस्या का समाधान कराए जाने की बात कही है। बता दें कि बीते शनिवार को नगर के मोहल्ला कल्याण सिंह निवासी होमगार्ड मोहसिन के 15 वर्षीय पुत्र शामी को अकेला पाकर देख छत पर बैठे देख किशोर शामी को बंदरों के झुंड घेर हमला कर दिया था। बंदरों के झुंड के हमले से बचने के लिए किशोर शामी ने जान बचाते हुए छत से छलांग लगा दी थी। छत से नीचे गिरने पर किशोर के सिर की हड्डी टूटने से गंभीर रूप से घायल होने के बाद परिजनों ने मेरठ नर्सिंग होम में भर्ती कराया था। बंदरों के आतंक से घायल किशोर शामी ने जिंदगी और मौत से जंग लड़ते हुए बुधवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया है। किशोर की जान चली जाने पर परिजनों में कोहराम मच गया। इसी क्रम में बंदरों का आतंक बढता देख पूर्व चेयरमैन अय्यूब कालिया ने कई बार बंदरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए मांग उठाई जा चुकी है। लेकिन वन विभाग के अधिकारियों की अनदेखी से बंदरों के आतंक से निजात नही मिल सकी जिसका परिणाम यह हुआ कि एक 15 वर्षीय किशोर शामी को अपनी जान गंवाकर संबंधित अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ा है जिसके चलते किशोर शामी की जान चली गई है। घटना से आहट परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।