घायल गौवंश को खेत में पडे हो गये तीन दिन, न गौसेवक आए न ही प्रशासन ने ली सुध

घायल गौवंश को खेत में पडे हो गये तीन दिन, न गौसेवक आए न ही प्रशासन ने ली सुध

••गौमाता को अंतिम सांस तक रहा राजा दिलीप का इंतजार, पर कलियुग है भाई! 

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक

खेकड़ा। गौवंश के लिए छत, तिरपाल आदि के सख्त आदेश और बीमार गौवंश के लिए डाक्टर की सुविधा मुहैया कराने के दावे खेकड़ा क्षेत्र में हवा हवाई होते नजर आ रहे हैं। इतना ही नहींं, गौसेवा का दम भरने वाला कोई संगठन भी निरीह गाय की सेवा के लिए तो फटका ही नहींं,उसे अब अंतिम संस्कार के लिए भी करना पड रहा है इंतजार। 

पिछले तीन चार दिन से खसरा नंबर 112 मांगेराम पुत्र पीतम सिंह के खेत में बड़ागांव- मारकपुर रोड पर यह गाय घायल अवस्था में गिर गई थी, जिसमें अब खुले आसमान के नीचे रात बिताने की मजबूरी के चलते बीमारी भी आ गई थी। भूख और प्यास के साथ आस लगाए यह गौमाता किसी राजा दिलीप का इंतजार कर ही रही थी कि, घोर कलियुग के चलते यह उम्मीद भी पूरी न हो पाई और खुले आसमान के नीचे अंतिम सांस ली, लेकिन अब अंतिम संस्कार का इंतजार, न जाने कब खत्म होगा।