लोनी में सड़कों पर निराश्रित पशुओं का बोलबाला, संरक्षित करने का दावा खोखला साबित
संवाददाता ऋषभ तोमर
लोनी । नगर पालिका परिषद क्षेत्र में सड़कों पर खुलेआम घूम रहे निराश्रित गौवंश से नागरिक परेशान हैं, लेकिन नगर पालिका परिषद के अधिकारियों को सड़कों पर घूमते ये गौवंश दिखाई नहीं देते हैं या इनकी अनदेखी की जा रही है। यही कारण है कि, इन गौवंश से पालिका के सम्बंधित अधिकारी अंजान बने बैठे हैं ।
लक्ष्मी गौरक्षक ट्रस्ट के अध्यक्ष आशू पहलवान ने प्रदेश सरकार को भेजे अपने पत्र में उल्लेख किया है कि, लोनी नगर पालिका परिषद् क्षेत्र में सड़कों पर खुलेआम घूम रहे निराश्रित गौवंश संरक्षित किए जाने की पोल खोलते नजर आते हैं, जबकि लोनी नगरीय क्षेत्र में दो गौशाला संचालित हैं जिनमें एक में 132 और दूसरी में 187 पशु संरक्षित हैं।
बताया कि,प्रदेश सरकार द्वारा अभियान चलाकर सड़कों पर खुलेआम घूमते पशुओं को पकड़कर संरक्षित करने के आदेश दिए गए थे , लेकिन संबंधित नगर पालिका क्षेत्र के अधिकारियों ने इस और कोई ध्यान नहीं दिया और ना ही इन निराश्रित पशुओं को पकड़ने के लिए कोई अभियान चलाया। बल्कि दो गौशाला संचालित कर अपने कर्तव्यों की इति श्री कर ली। कहा,प्रदेश सरकार व जिला अधिकारी गाजियाबाद के आदेश भी इन अधिकारियों के लिए कोई मायने नहीं रखते । अपनी हठधर्मिता के चलते अधिकारियों ने शासन की प्राथमिकता वाले इस कार्य को सही अमली-जामा नहीं पहनाया और प्रदेश सरकार के खुलेआम घूम रहे सभी पशुओं को संरक्षित करने के दावे धरे के धरे रह गए।
लक्ष्मी गौरक्षक ट्रस्ट के अध्यक्ष आशू पहलवान ने शीध्र ही इन पशुओं को पकड़कर संरक्षित करने की मांग की है ताकि इन निराश्रित पशुओं को सर्दी और सड़क दुर्घटना से बचाया जा सके। शिकायती पत्र में अंकुर त्यागी, सोनू,राजू, मोहित आदि के हस्ताक्षर हैंं।