कृष्णी नदी के किनारे किए गए अतिक्रमण को हटवाने के निर्देश
गंगा एवं सहायक नदियों में प्रवाहित होने वाले नालों का करें टेपिंग कार्यः रविन्द्र सिंह डीएम की अध्यक्षता में विकास भवन में जिला गंगा समिति व जिला पर्यावरण समिति की बैठक
सोमवार को विकास भवन में आयोजित बैठक में डीएम ने अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए कि कृष्णी नदी के किनारे स्थित सभी ग्रामों व नगर निकायों में पशुचर की भूमि पर हुए अतिक्रमण को चिन्हित कर उसकी सूची राजस्व विभाग को उपलब्ध कराकर भूमि को कब्जामुक्त कराए। डीएम ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए कि समस्त ग्राम पंचायतों में जैव विविधता समिति का गठन किया जाए, साथ ही जैव विविधता रजिस्टर तैयार कर सूची सहित प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय में उपलब्ध कराएं ताकि उच्च स्तर पर द्वारा चाही गयी सूचना समय से भेजी जा सके। उन्होंने तालाबों की सूची प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को देने के निर्देश दिए ताकि तालाबों के पानी की जांच की जा सके। डीएम ने कहा कि कृष्णी नदी या उसकी सहायक नदियों के किनारे वृक्षारोपण किया जाए जिससे उनके किनारे की मिट्टी का कटान न हो, नदियों के किनारों पर घाटों का निर्माण कराया जाए, साथ ही उनकी साफ सफाई पर भी विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी कन्हैया पटेल ने बताया कि कैराना की मामौर झील को पर्यटकस्थल के रूप में विकसित करने की कार्रवाई की जा रही है, साथ ही झील के चारों और वृक्षारोपण कर उसका सुदृढीकरण किया जाएगा। बैठक में स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि जनपद शामली में बायोमेडिकल वेस्ट को मेरठ में डिशपोस किया जाता है। बैठक में डीएम ने कडी चेतावनी दी कि विगत बैठकों में दिए गए निर्देशों के क्रम में की गयी कार्रवाई की अनुपाल आख्या आगामी बैठक में दी जाए, यदि किसी विभाग द्वारा अनुपालन आख्या उपलब्ध नहीं करायी गयी तो संबंधित से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा जिसके लिए वह स्वयं जिम्मेदार होगा। इस अवसर पर सीडीओ शंभूनाथ तिवारी, जिला विकास अधिकारी शैलेन व्यास, जिला अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी डा. हरेन्द्र, जिला पंचायत राज अधिकारी नंदलाल, खंड विकास अधिकारी एवं नगर निकायों के अधिशासी अधिकारी व संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।