जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में संचारी रोगों के नियंत्रण हेतु ग्राम प्रधानों को लिखा पत्र

जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में संचारी रोगों के नियंत्रण हेतु ग्राम प्रधानों को लिखा पत्र

रायबरेली। जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने जनपद रायबरेली के समस्त ग्राम प्रधानों से कहा है कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर अपने अपने क्षेत्रों में रोग नियंत्रण महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करें। जिलाधिकारी ने समस्त ग्राम प्रधानों को भेजे गये पत्र में लिखा है कि बरसात के मौसम में जलावृष्टि एवं जल भराव के कारण संक्रामक रोग, बुखार, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, ए0ई0एस0/जे0ई0 तथा मच्छर के प्रजनन की सम्भावना बढ़ जाती है इन रोगों के प्रसार को रोकने हेतु सरकार द्वारा माह अक्टूबर, 2022 में संचारी रोग नियंत्रण अभियान आयोजित किया जा रहा है। उक्त अभियान में ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम निगरानी समितियों के माध्यम से कोविड तथा संचारी रोगों के विषय में निरन्तर जागरूकता स्थापित करना तथा कोविड रोग लक्षण युक्त व्यक्तियों को मेडिसिन उपलब्ध कराने में सहयोग करना, जल भराव का निराकरण, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, वेक्टर कन्ट्रोल वातावरणीय स्वच्छता, मच्छर प्रजनन के स्थानों को समाप्त करने, कूड़ा निस्तारण, साफ-सफाई एवं रोगों के बचाव के उपायों का प्रचार-प्रसार जैसे कार्य में, आपका सक्रिय सहयोग एवं भागेदारी अपेक्षित है।
जिलाधिकारी ने लिखा है कि शासन द्वारा प्रत्येक ग्राम में अभियान हेतु समस्त ग्राम प्रधानों को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में एण्टीलार्वा छिड़काव की व्यवस्था पंचायती राज विभाग द्वारा कराई जा रही है। रिस्क क्षेत्रों की सूची में उल्लिखित स्थानों पर सघन वेक्टर नियंत्रण एवं समृद्धिकरण गतिविधियों आपके द्वारा सम्पादित की जानी है। जिन स्थानों पर जल निकासी सम्भव न हो, वहां जला हुआ मोबिल ऑयल अथवा डीजल डलवाकर मच्छरों के प्रजनन को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा है कि 31 अक्टूबर 2022 तक विशेष संचारी रोग अभियान चल रहा है। साथ ही 21 अक्टूबर 2022 तक चल रहे दस्तक अभियान मे आशा तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा घर-घर जाकर बुखार, क्षयरोग, आई0एल0आई0 कुपोषण से ग्रासित बच्चों तथा मच्छर प्रजनन वाले स्थानों को चिन्हित किया जायेगा। इस अभियान के दौरान ग्राम के मुखिया का सहयोग टीम को बेहतर प्रदर्शन हेतु प्रेरित करेगा।जिलाधिकारी ने कहा है कि इस अभियान के संचालन में आशा बहू एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के घर घर भ्रमण के दौरान, प्रतिदिन कम से कम 10 घरों में टीम के साथ रहकर, लोगों को स्वयं जागरूक करें तथा गांवों में साफ-सफाई, जल निकासी, प्रचार-प्रसार आदि का कार्य स्वयं उपस्थित रहकर अपनी देखरेख में कराना सुनिश्चित करें।