शरीर व आत्मा को संस्कारित करने के माध्यम हैं यज्ञ:अरविंद शास्त्री
रंछाड में सामवेद पारायण यज्ञ की पूर्णाहुति,
संवाददाता मनोज कलीना
बिनौली | रंछाड़ गांव में चल रहे तीन दिवसीय सामवेद पारायण यज्ञ का पूर्णाहुति के साथ समापन हो गया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने आहुति देकर राष्ट्र कल्याण की कामना की।
यज्ञ के ब्रह्मा लाक्षागृह गुरुकुल प्रधानाचार्य अरविंद शास्त्री ने वेदोपदेश देते हुए कहा कि, वेद परम बल है परमात्मा का दिया गया ज्ञान है।परमपिता परमेश्वर हमारा रक्षक व मार्गदर्शक है। यज्ञ हमारी आत्मा की खुराक है। यज्ञ से शरीर व आत्मा संस्कारित होती हैं। आत्मा अजर और अमर है। यज्ञ की वेदी पर बैठकर पवित्र संकल्प से आत्मा को बल मिलता है।
उन्होंने कहा कि, ब्रह्मर्षि कृष्णदत्त महाराज ने लाक्षागृह पर गुरुकुल की स्थापना कर ,हम सबके लिए वेद का मार्ग प्रशस्त किया तथा निरंतर यज्ञ करने की प्रेरणा दी। स्वामी सत्यवेश व रोहित शास्त्री ने भी वेदोपदेश दिया। महावीर सिंह, विरेंद्र तोमर, समरपाल प्रधान, एसआई ओमवीर सिंह, देवेंद्र प्रधान, सत्यपाल सिंह, यशोधर्मा सोलंकी, करण सिंह, कृष्णपाल, ओंकार सिंह, संजीव आदि मौजूद रहे।