स्टाफ नर्स ने डाली जान जोखिम में, स्टाप ने दी बधाई ।

स्टाफ नर्स ने डाली जान जोखिम में, स्टाप ने दी बधाई ।

परीक्षितगढ़ महिलाएं के शोर्य और वीरता की बात करेगें जिन्होनें अपने साहस व हिम्मत का परिचय दिया है। आज के दौर में महिलाएं किसी से कम नहीं है। इतिहास गवाह है कि महिलाओं ने समय समय पर अपनी बहादुरी से खतरनाक से खतरनाक कार्य को बेखुबी अंजाम दिया है। तथा लोगों ने भी उनके कार्यो की सरहना की है। उन्होने अपनी हिम्मत से युग न भुलने वाला काम किया है। अब हवाएं ही करेंगी रौशनी का फैसला जिस दिए में जान होगी वो दिया रह जाएगा, पलट देते है हम मौज हवादिस अपनी हिम्मत से हमने आंधियों में भी चिराग अक्सर जलाएं किसी शायर की यह पकित्यों मानों इनके लिए लिखी गई हो।

सीएचसी परीक्षितढ़ में आए दिन सर्प धुप सैंकने के लिए परिसर में देखे जाते है। सीएचसी परिसर तालाबों से घिरी हुई है। ब्रहस्पतिवार को एक विशाल अजगर प्रसव कक्ष के पीछे मिलने से स्टाफ में हडकम मच गया। और अफरा तफरी मच गई। तभी सीएचसी परीक्षितगढ़ में तैनात महिला स्टाफ नर्स अनुग्रह ने बहादुरी दिखाते हुए करीब आधा घंटे की कड़ी मश्कत के बाद अजगर को बोरे में बंद कर तालाब में छोड़ दिया। इस कार्य में फार्मासिस्ट लारेंस का सहयोग रहा वहीं स्टाफ ने राहत की सास ली। स्टाफ नर्स अनुग्रह की हिम्मत के जज्बे को सलाम करते हुए सीएचसी प्रभारी डॉ० संदीप गौतम, डॉ आलेक कुमार नायक, डॉ०दीपक कुमार, डॉ० लता, डॉ अणिमा गुप्ता, डॉ किरण सिंह, डॉ० आरपी सैनी, निकिता बंसल, जसबीर रिजाउल खान अरूणिमा त्यागी बीपीएम इकरार अहमद,फार्मेसिस्ट आशीष चौधरी, प्रवीण गर्ग, एलटी अंकित सिंह, ईमएटी शुभम यादव, नरेंद्र उर्फ टीटू, विजय गुप्ता, चंद्ररेश, जितेंद्र, शिवम, तुषार ,पिंस, साजिद, शुभम् परवेज,बाबर अशोक, हरीश,बबली ने बधाई दी।

सीएचसी प्रभारी कक्ष में भी निकल चुकी है सांप की कांचली ।

कई माह पूर्व सीएचसी प्रभारी डॉ० संदीप गौतम के कक्ष में भी एक विषेला सर्प की कांचली मिलने से स्टाफ में दहशत व्यापत हो गई थी। कुछ दिन पूर्व सीएचसी परिसर में स्थित पार्क, ऑक्सीजन प्लांट, व नगर पंचायत द्वारा बनाए गए शोचालय के पीछे जहरीले सर्प देखे गए है। जिससे वहां रह रहे परिवार में दहशत बनी हुई है।