ग्राम पंचायत में सफाई कर्मी नियुक्त होने के बावजूद गांव में नहीं हो रही नियमित साफ सफाई।
ब्यूरो इसरार अंसारी
मवाना । केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत सरकार के कई दिग्गज मंत्री एवं समाजसेवी जगह-जगह सफाई अभियान चलाकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी कर चुके हैं। स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस अभियान का हिस्सा रह चुके हैं लेकिन सरकार के इस अभियान की ग्रामीण क्षेत्र में धज्जियां उड़ाई जा रही है। जिसके चलते गांव मोड कला में नालियों में जलभराव हो गया है। नालियों में गंदगी का अंबार एवं बुरा हाल है गांव में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए पंचायती राज विभाग द्वारा प्रत्येक गांव पंचायत में सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी। लेकिन गांव में सफाई कर्मचारी होने के बाद भी गांव में सफाई का बुरा हाल है। ग्रामीणों को खुद अपने घरों की नालियों की सफाई करनी पड़ रही है जिसके चलते साफ-सफाई को लेकर कई बार ग्रामीणों में मारपीट के मामले भी सामने आ चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव की नालिया कीचड़ से भरी हुई है गांव में सफाई कर्मचारी की नियुक्ति के बाद भी गांव में सफाई का बुरा हाल है लोगों को खुद ही नाली की सफाई करनी पड़ रही है ऐसे में सफाई कर्मचारियों का क्या फायदा गंदगी को देखते हुए जल्द ही गांव में सफाई करवाई जाए। बता दें कि सफाई कर्मचारी सिर्फ ग्राम प्रधान के घरों का चक्कर लगाकर अपने अपने घर को लौट जा रहे हैं।