डिप्लोमा फार्मासिस्ट आन्दोलन की राह पर, मॉगे न मानी गयी तो परिणाम गंभीर होंगे।

डिप्लोमा फार्मासिस्ट आन्दोलन की राह पर, मॉगे न मानी गयी तो परिणाम गंभीर होंगे।

एटा। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश शाखा जनपद एटा के अध्यक्ष डा0 राजेन्द्र सिंह सुमन फार्मासिस्ट एवं सचिव डा0 चन्द्रवीर सिंह राजपूत फार्मासिस्ट ने संयुक्त रूप से विज्ञप्ति जारी करके अवगत कराया है कि (प्रान्तीय नेतृत्व) के आहवान पर अपनी न्यायोचित मॉगों को लेकर जनपद शाखा एटा के समस्त फार्मासिस्ट/चीफ फार्मासिस्ट 20 जून 2023 से 23 जून, 2023 तक काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करते रहे तथा अब 24 जून 2023 से प्रातः 08 से 10 बजे तक दो घण्टे कार्य बहिष्कार कर रहे हैं। फिर भी मॉगे न मानी गयी तो बैठक कर आन्दोलन की रणनीति बनायी जायेगी। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन शाखा जनपद एटा के अध्यक्ष डा0 राजेन्द्र सिंह सुमन फार्मासिस्ट एवं डा0 चन्द्रवीर सिंह राजपूत फार्मासिस्ट ने शासन एवं महानिदेशालय के कार्य कलापों पर आपत्ति व्यक्त करते हुये जानकारी दी है कि जिला चिकित्सालयों को उच्चीकृत कर मेडीकल कालेज बनाये जाने के फलस्वरूप बिना पद के एक तरफा कार्य मुक्त किया जा रहा है। जबकि यह पद चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग का है। जैसे जी0एम0यू0 लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, आगरा, कानपुर, मेरठ के मेडीकल कालेजों में पूर्व से अधिकारी/कर्मचारी चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के कार्यरत है। जबकि परिवर्तित जिला चिकित्सालय से अधिकारी/कर्मचारी को पद सहित कार्यमुक्त करते समय नई तैनाती का स्थान उसी आदेश में अवगत कराना चाहिये। परन्तु ऐसा न करके महानिदेशालय के लिये कार्यमुक्त किया जाता है। जो न्यायोचित नही है। अध्यक्ष एवं सचिव ने यह भी अवगत कराया है कि विगत वर्ष स्थानान्तरण में विभाग की लापरवाही के कारण दम्पत्ति नीति, विकलांग, गंभीर बीमारी, मान्यता प्राप्त संघों के पदाधिकारियों के स्थानान्तरण नीति के विपरीत किये गये। जिन्हें आज तक निरस्त नही किया गया। इतना ही नही स्थानान्तरण होने वाले व्यक्ति को अभी तक यात्रा भत्ता भी नही दिया गया दोनों पदाधिकारियों का कहना है कि चिकित्सा स्वास्थ्य महत्वपूर्ण विभाग होने के कारण अधिकारी/कर्मचारी का स्थानान्तरण केवल स्वयं के अनुरोध पर ही किया जाये क्योंकि नव निर्मित मेडीकल कालेजों के कारण पूरे वर्ष 10 प्रतिशत व 20 प्रतिशत से ज्यादा ही स्थानान्तरण किये जा चुके है। अतः महासंघ की उक्त मॉगों पर यथा समय निर्णय नही लिया गया तो आन्दोलन की रणनीति बनायी जायेगी।