आश्रम को मकान बताकर बैनामा कराने का पंचायत ने लगाया आरोप ,संत कबीर आश्रम में हुई पंचायत

आश्रम को मकान बताकर बैनामा कराने का पंचायत ने लगाया आरोप ,संत कबीर आश्रम में हुई पंचायत

••जिलाधिकारी से की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करने की मांग 

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक

बागपत। जनपद के लुहारी गांव स्थित संत कबीर आश्रम को गांव के ही एक व्यक्ति ने मकान दर्शाकर उसका बैनामा अपनी पत्नी के नाम करा लिया । पता चलने पर विरोध में संत कबीर आश्रम में एक पंचायत का आयोजन किया गया ,जिसमें लोगों ने गांव के उस व्यक्ति के साथ ही बड़ौत तहसील के प्रशासनिक अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

बता दें कि, पंचायत में लोगों ने बताया कि, संत कबीर आश्रम गांव के साथ ही कई जनपदों से चंदा इकट्ठा कर बनवाया गया है। आश्रम में रहने वाली माई सरोजबाला को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा धार्मिक स्थल को पांच लाख रुपए की मदद दिलाने के नाम पर अपनी बाइक पर बैठाकर बड़ौत तहसील ले गया ,जहां उसने सरोजबाला के अंगूठे व अन्य कागजात पर साइन करा लिए और इन सब बातों का ग्रामीणों को पता काफी दिनों बाद चल पाया। 

पंचायत में लोगों ने बताया कि, तहसील के अधिकारियो ने आश्रम को बैनामे के कागजों में मकान दर्शाकर उसका बैनामा एक महिला के नाम कर दिया , जबकि आश्रम में स्थित सबमर्सिबल व समाधि को नहीं दर्शाया गया और फर्जी तरीके से बैनामा कर दिया गया। इसके विरोध में लुहारी गांव स्थित संत कबीर आश्रम में लोगों ने पंचायत कर विरोध जताते हुए बागपत जिलाधिकारी से इंसाफ की गुहार लगाई है।

प्राचीनी माई सरोजबाला संत कबीर आश्रम लुहारी में भिक्षा मांग कर रही जीवन यापन

प्राचीनी माई सरोजबाला वृद्धावस्था में मिक्षा मांगकर अपना जीवन यापन कर रही है।पीड़िता ने बताया कि, मेरे पास सुधीर कुमार व रोहताश पुत्रगण लाल सिंह जाति जुलाहा स्वयं को कबीर पंथी बताकर आश्रम में आया-जाया करते थे । सुधीर कुमार ने उसे बताया कि, मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा सभी मन्दिरों व आश्रमों को पांच-पांच लाख ₹ की धनराशि उनके विकास कार्य हेतु दी जा रही है।इसके लिए तहसील में साथ चलकर फोटो लगाकर अपने हस्ताक्षर अंगूठा लगाना है।उनका विश्वास करके उनके साथ तहसील चली गई ,लेकिन उसने आश्रम का ही बैनामा अपनी पत्नी बीना के नाम करा लिया और कुछ दिन बाद मुझे जान से मारने की धमकी भी देने लगा ।कहने लगा कि, तुम यहां से भाग जाओ मैंने आश्रम का बैनामा अपनी पत्नी के नाम करा लिया है।

*सेवा करने के बहाने पिलाया जहरीला पदार्थ* 

प्राचीनी माई ने बताया कि,सेवा करने के बहाने एक शातिर सुधीर नाम का व्यक्ति पथरी आदि की दवाई बताकर कोई जहरीला पदार्थ उसे दवाई के रूप में पिलाने लगा जिससे उसकी हालत और खराब होती चली गई। जब ये सारी बातें अपने आस-पडोस के व्यक्तियों को बतायी तो , उन्होने उसकी बड़ी बहन हिसार में रहने वाली नसीब कौर को फोन पर बताया कि, आपकी बहन माईजी ज्यादा बीमार हैं, वो मुझे अपने साथ ईलाज के लिए हिसार लेकर चली गई । इसी बीच शातिर व्यक्ति ने आश्रम से गैस सिलेण्डर, रजाई, कम्बल आदि सामान भी चुरा लिया।अब भी ईलाज के लिए तीन नलियां डॉक्टर ने लगा रखी हैं। कहा कि,ये मकान नहीं ,बल्कि सन्त कबीरदास आश्रम है और इसके अंदर स्व बाबा कमल दास की समाधि भी मौजूद है।

बैनामा भी कर लिया, नहीं दिया कोई भी पैसा

पीड़ित सरोजबाला ने बताया कि, आश्रम के झूठे बैनामा का मुझे कोई भी पैसा धनराशि नहीं दी गई है, जबकि बेनामें में मोटी रकम दर्शायी गई है। पंचायत में उपस्थित लोगों ने निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ,अगर इसकी निष्पक्ष जांच नहीं होती ,तो कलेक्ट्रेट में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा।