जिलाधिकारी को “ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन” के पदाधिकारियों ने सौंपा ज्ञापन।

 जिलाधिकारी को “ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन” के पदाधिकारियों ने सौंपा ज्ञापन।

पत्रकार के खिलाफ दर्ज FIR पर

उपरोक्त मामले में निष्पक्ष जांच कर पत्रकार के खिलाफ़ दर्ज FIR को निरस्त करने की मांग

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रमेश बाजपेई 

रायबरेली। जनपद के सरेनी थाने में दर्ज हुई एक एफआईआर में पत्रकार का भी नाम आरोपी के रूप में दर्ज कराया गया है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया को बदनाम करने का काम किया गया है जिसके चलते पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त है। स्वतंत्र एवं स्वच्छ पत्रकारिता पर भी सवालिया निशान खड़ा करने का काम लोगों के द्वारा किया गया है। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिला पदाधिकारियों नें जिलाधिकारी के निर्देशन मे अतिरिक्त मजिस्ट्रेट रायबरेली कमलेश कुमार को ज्ञापन सौंपा और कहा कि अगर इसी तरह पत्रकारों को मुकदमों में शामिल किया गया तो मीडिया क्षेत्र के लिए पत्रकारिता करना बहुत ही मुश्किल हो जाएगा। बताते चले कि सरेनी कस्बे में धुनारी प्रजापति उर्फ राजेश नाम के व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है इसमें राजनीतिक दबाव के चलते उसकी पत्नी श्यामा देवी ने पत्रकार आदित्य मिश्रा के साथ-साथ अन्य कई लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। उल्लेखनीय है कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी मौके पर मौजूद पत्रकारों को कभी भी पार्टी न बनाने का निर्देश दे रखा है लेकिन फिर भी पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा लिखकर लोकतंत्र की जड़ों को कमजोर करने का काम किया जा रहा है जिसका ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन संगठन रायबरेली घोर निंदा करता है। ज्ञापन देने पहुंचे मीडिया के पत्रकारों ने सरेनी थाने में दर्ज मुकदमे की निष्पक्ष जांच कराकर पत्रकार आदित्य मिश्रा का नाम मुकदमे से हटाने की मांग की है। वहीं अतिरिक्त मजिस्ट्रेट रायबरेली ने कहा है कि मुकदमे की निष्पक्ष जांच होगी और किसी भी पक्ष के साथ अन्याय नहीं होगा। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष चंद्रेश त्रिवेदी सहित जिलापदाधिकारी अरविंद मौर्या, रोहित मिश्रा, सोनी कुमारी, विवेक तिवारी, बृजेश यादव इत्यादि पत्रकार साथी मौजूद रहे।