भीमकुंड गंगा पुल पर लोग जान जोखिम में डालने से नहीं आ रहे बाज विभाग सोया कुंभकरणीय नींद

ग्रामीणों का आरोप एप्रोच पुल निर्माण में प्रयुक्त जेसीबी मशीन रुपए लेकर राहगीरों के वाहन चढ़ा रही है पुल पर जेसीबी मशीन संचालक रोज कर रहे हजारों के वारे के न्यारे

भीमकुंड गंगा पुल पर लोग जान जोखिम में डालने से नहीं आ रहे बाज विभाग सोया कुंभकरणीय नींद

ब्यूरो इसरार अंसारी

  मवाना ।भीमकुंड गंगा पुल चांदपुर बिजनौर को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग कार्य पूरा होता नजर नहीं आ रहा है राहगीरों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है जिसके चलते लोग अपनी जान जोखिम में डाल कर एक साइड से दूसरी साइड जाने के लिए पुल पर जुगाड़ कर हादसे को न्योता दे रहे हैं।

जबकि पूर्व में इसी प्रकार की लापरवाही के चलते 2 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था इस दौरान संबंधित विभाग से लोगों को रोकने वाला कोई नहीं है। हालांकि पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने नए वर्ष पर पुल पर आवागमन सूचारु करने का दावा किया था। इस संबंध में मंगलवार को हस्तिनापुर सह संवाददाता सचिन कश्यप के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार भीमकुंड गंगा पुल पर राहगीर अपनी जान पर खेलकर एप्रोच पुल पर बाइक चढ़ा उतार रहे हैं पुल पर मिट्टी गिरने के बाद भी काफी गहराई होने के बाद भी लोग अपनी जान पर खेलकर बाइक उतार रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया जो जेसीबी पुल निर्माण में कार्य कर रही है वह जेसीबी पैसे लेकर बाइक ऊपर चढ़ा रही है व राहगीरों से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि एप्रोच पुल के आसपास किसी प्रकार का कोई प्रतिबंध बोर्ड नहीं मिला नाही कोई पीडब्ल्यूडी का कर्मचारी जिस पर राहगीरों ने किसी प्रकार की रोक-टोक से इंकार कर दिया और कहां कि उन्हें कोई प्रतिबंध बोर्ड नहीं मिला ना ही कोई कर्मचारी मिला। जिसके चलते जग जाहिर है कि संबंधित विभाग की बड़ी लापरवाही सामने रही है। वही किसानों ने बताया कि वह गंगा पार खेती करने के लिए जाते हैं पुल पर निर्माण बहुत ही धीमी गति से चल रहा है जिससे क्षेत्र के हजारों किसानों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है और लोग अपनी जान जोखिम में डालकर अपने कार्य को अंजाम दे रहे हैं। ग्रामीणों ने दावा किया है कि उनके पास वीडियो है जो जेसीबी पैसे लेकर बाइक ऊपर चढ़ाते हैं। लेकिन इस ओर शासन-प्रशासन बिल्कुल अनजान बना हुआ है। ग्रामीणों ने मांग करते हुए बताया कि एप्रोच पुल निर्माण को और तेज गति से चलाना चाहिए ताकि किसानों व राहगीरों को हो रही दिक्कत का सामना न करना पड़े। जीत कंस्ट्रक्शन कंपनी मेरठ की कंपनी को एप्रोच पुल निर्माण का टेंडर मिला हुआ है कंपनी के कर्मचारी अशोक कुमार ने बताया कि कार्य चल रहा है लगभग 10 से 15 दिन में कार्य पूरा हो जाएगा।