बांदा-दहेज लोभियों ने आखिर ले ही ली नवविवाहिता की जान।

बांदा-दहेज लोभियों ने आखिर ले ही ली नवविवाहिता की जान।

  आज का कोई इंसान "दहेज" के लिये इतनी हदें पार कर सकता है शायद किसी ने सोचा भी नहीं था और खुद की"चंद जरुरतें" पूरी करने के लिये किसी पर अत्याचार कर सरेआम "जान लेना"शायद इससे जघन्य अपराध कुछ हो ही नहीं सकता कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है थाना अतर्रा अंतर्गत महुटा चौकी क्षेत्र से जहाँ पर विगत 3 माह पूर्व विवाहित होकर आयी "नवविवाहिता खुश्बू" को मृतका के भाई देवेद्र पांडेय के कथनानुसार "ससुरालीजनों ने विद्युत" करेंट लगाकर मार डाला                      

मिली जानकारी के  अनुसार जनपद चित्रकूट (कर्वी) के थाना राजापुर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम  सगवारा निवासी देवेंद्र कुमार पाण्डेय पुत्र स्व० लखनलाल पाण्डेय ने इस "हृदयविदारक घटना" की "लिखित तहरीर" थाना अतर्रा में देते हुये बताया की हमने विगत दि०10मई2023 को अपनी "एकलौती बहन" खुश्बू का विवाह हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार हरेकृष्णा त्रिपाठी पुत्र ओमप्रकाश त्रिपाठी नि० ग्राम महुटा के साथ बड़े धूमधाम से किया था जिसमें इनकी मांग के अनुसार मैंनेअपनी सामर्थ्य सेभी अधिक भरपूर "दान दहेज" भी दिया था किन्तु चंद दिनों बाद से ही इनके द्वारा मेरी बहिन के साथ "शारिरिक" एवं "मानसिक" जैसे "अमानवीय" कृत्यों को अंजाम दिया जाने लगा। जिसकी जानकारी हमारी बहिन ने फोन द्वारा हमें दी तथा मेरी बहिन ने जब अपने साथ हो रहे ऐसे कृत्यों का कारण जानना चाहा तो पता चला की उसके पति हरेकृष्णा का ग्राम की ही किसी लड़की के साथ सालों से "प्रेम" "प्रसंग" चल रहा है जिसकी जानकारी इनके पूरे परिवार को भी थी। जिस संबंध में मेरी बहिन ने अपनी पति को कई बार समझाना भी चाहा किंतु अपने प्रेम प्रसंग में रोड़ा बन रही मेरी बहन को "रास्ते से हटाने" के लिए पति हरेकृष्णा एवं समूचे परिवार ने दहेज रूपी तांडव करना शुरू कर दिया जिसकी जानकारी मेरी बहिन ने मेरी परिस्थितियों को देखते हुए खुलकर नहीं दी। 


अंततः वही हुआ जो ये लोग चाहते थे जिसके चलते पहला फोन मुझे 29/7/023 को मेरी "बहिन की ननद" का आया जिसमें पुन: "अतिरिक्त दहेज" की मांग की गयी जिसके लिये मैं कुछ सोचभी नहीं पाया और पुनः दूसरे दिन दि० 30/7/023 को मेरी बहन खुश्बू की विद्युत करेंट लगने से मरने की खबर आ गई । इस खबर से मै "बदहवाश" हो गया और मौके पर पहुंचा तथा मौके की स्थिति को देखते हुए एवं मेरी बहिन के साथ "योजनाबद्ध तरीके" से किये गये कृत्य को देखते हुए मैंने कोतवाली /थाना अतर्रा में अपनी "एकलौती बहिन" के साथ सरेआम हुये "अत्याचार" के खिलाफ लिखित तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराते हुये "कार्यवाही करने" का अनुरोध किया।