राजापुर (चित्रकूट)-बाबा साहब के परिनिर्वाण दिवस पर एसडीएम ने दी श्रद्धांजलि ।

राजापुर (चित्रकूट)-बाबा साहब के परिनिर्वाण दिवस पर एसडीएम ने दी श्रद्धांजलि ।

 राजापुर उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार झा की अध्यक्षता में बुधवार को डॉ.भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर अंबेडकर साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया और एक संगोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें डॉ भीमराव अंबेडकर के कृतित्व और व्यक्तित्व पर बृहद चर्चाएं की गई।

परीनिर्वाण दिवस के अवसर पर अतिरिक्त उपजिलाधिकारी फूलचंद्र यादव ने कहा कि भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर परेल में डबक चाल और श्रमिक कालोनियों में रहकर अपनी अधूरी पढ़ाई को पूरी करने के लिए ओवर टाइम में अध्यापिकी और वकालत कर अपनी धर्मपत्नी रमाबाई के साथ जीवन निर्वाह किया सन 1919 में डॉ भीमराव अंबेडकर ने राजनीतिक सुधार के लिए गठित साउथ बरो आयोग के सक्षम राजनीति में दलित प्रतिनिधित्व के पक्ष में अनेकों प्रकार की दलीलें दिया था। संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे उपजिलाधिकारी प्रमोद झा ने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर अशिक्षित और निर्धन लोगो को जागरूक बनाने के लिए अनेकों प्रकार के प्रयास मूकनायब और बहिष्कृत भारत साप्ताहिक पत्रिकाएं संपादित की जिसमें गरीब अशिक्षित लोगो को जागरूक करने के लिए अनेकों प्रकार के लेख लिखकर जन जागरण कराने का काम डॉ भीमराव अंबेडकर ने किया था और मानवाधिकार जैसे दलितों एवं दलित आदिवासियों के मन्दिर प्रवेश छुआछूत, जातिपाति,ऊँच नीच जैसी सामाजिक कूरीतियो को मिटाने के लिए कई सत्याग्रह आंदोलन चलाए थे और कमजोर वर्गो के छात्रों को छात्रावासो के माध्यम से रात्रिस्कूलों का संचालन के पक्षधर थे। उन्होंने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर कृषि औद्योगिक विकास जल संचय सिंचाई श्रमिक और कृषक की उत्पादकता और आय बढ़ाने के लिए सामूहिक तथा सहकारिता से प्रगति खेती और जमीन के राज्य स्वामित्व तथा राष्ट्रीयकरण से सर्व प्रभुत्व संपन्न समाजवादी गणराज्य की स्थापना के पक्षधर थे। डॉ भीमराव अंबेडकर ने प्रजातंत्र को मजबूत करने के लिए राज्य के तीनों अंगों न्यायपालिका कार्यपालिका एवं विधायिका को स्वतंत्र और निष्पक्ष तथा सामान नागरिक अधिकार अनुरूप एक व्यक्ति एक मत और एक मूल्य के तत्व को प्रस्थापित किया था।

इस अवसर पर नायब तहसीलदार राजीव कुमार,अधिवक्ता राजेन्द्र त्रिपाठी, नरेन्द्र शुक्ला, अनुज शुक्ला, देवकी नन्दन मिश्रा, संजीव पाण्डेय, पुष्पेंद्र त्रिपाठी, भानु प्रताप शुक्ला,आलोक पाण्डेय तथा लेखपाल प्रदीप तिवारी, शशांक मिश्रा, कपिलमुनि पाण्डेय, अवधेश द्विवेदी आदि लोग मौजूद रहे ।