रसिन के संतोष सिंह का नया कदम: खानपान क्षेत्र में बुंदेलखंड के युवाओं को देंगे प्रशिक्षण।
चित्रकूट, 5 जनवरी: अपने क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुके संतोष सिंह अब बुंदेलखंड के युवाओं को खानपान के क्षेत्र में नई दिशा देने की तैयारी में हैं। रसिन गांव के समाजसेवी दरबारी लाल के बेटे और युवा उद्यमी संतोष सिंह, जिन्होंने मुम्बई में सैकड़ों युवाओं को रोजगार दिया, अब इस क्षेत्र में प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं। उनका उद्देश्य खासकर चित्रकूट के युवाओं को स्वास्थ्यवर्धक और भारतीय व्यंजनों के महत्व से परिचित कराना है।
एक दशक पहले खानपान के क्षेत्र में कदम रखने वाले संतोष सिंह ने दक्षिण भारत में होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के बाद अपनी पहचान बनाई। ताज होटल, टाटा ग्रुप, और रिलायंस जैसी कंपनियों में शीर्ष पदों पर कार्य करते हुए उन्होंने भारतीय व्यंजनों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत किया। इसके अलावा, उन्होंने "सेफ डी ग्रीन्स" और "चाय सेफ" जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया, जो बेहद सफल रहे।
संतोष सिंह का मानना है कि भारतीय संस्कृति और खानपान को बढ़ावा देकर युवाओं को न केवल रोजगार मिलेगा, बल्कि वे स्वस्थ और स्वच्छ खानपान की आदतें भी अपनाएंगे। उनके अनुसार, आज के समय में भारतीय युवा दुनिया भर के लक्जरी फाइव स्टार होटलों में अच्छे पदों पर कार्यरत हैं, जिनका वेतन लाखों में है।
अब वह इस सफल मॉडल को बुंदेलखंड के युवाओं तक पहुंचाना चाहते हैं। उनका कहना है कि खानपान का क्षेत्र न केवल रोजगार के अवसर प्रदान करता है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का प्रचार भी करता है। वे आने वाले समय में चित्रकूट के युवाओं को विशेष प्रशिक्षण देने के लिए योजना बना रहे हैं, ताकि वे इस क्षेत्र में करियर बना सकें और एक सफल उद्यमी बन सकें।
संतोष सिंह का यह कदम युवाओं के लिए एक नई राह खोलने का संकेत है, जो उन्हें रोजगार, कौशल और भारतीय खानपान के प्रचार में उत्कृष्टता की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करेगा।