उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं: डीआईओएस

मूल्यांकन केंद्र चित्रकूट इंटर कॉलेज कर्वी में 3 अप्रैल तक चलेगा मूल्यांकन कार्य
चित्रकूट। यूपी बोर्ड हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य आज से प्रारंभ हो गया है। चित्रकूट इंटर कॉलेज कर्वी में स्थापित मूल्यांकन केंद्र पर 3 अप्रैल तक यह कार्य संपन्न कराया जाएगा।
जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) संतोष कुमार मिश्रा ने मूल्यांकन कार्य में लगे प्रधानाचार्यों, उप प्रधान परीक्षकों व परीक्षकों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने मूल्यांकन कार्य के लिए सख्त दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि मूल्यांकन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डीआईओएस ने दिए सख्त निर्देश
डीआईओएस ने कहा कि परीक्षक मूल्यांकन के दौरान पूरी सावधानी बरतें क्योंकि यह कार्य विद्यार्थियों के भविष्य से जुड़ा हुआ है। परीक्षार्थियों की मेहनत का सही आकलन सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक कॉपी का मूल्यांकन नियमानुसार और ईमानदारी से किया जाए।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि मूल्यांकन के दौरान किसी भी परीक्षक को मोबाइल फोन लेकर आना प्रतिबंधित रहेगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसी उत्तर पुस्तिका में नोट या अन्य किसी प्रकार का प्रलोभन पाया गया तो उस पर विशेष ध्यान न दिया जाए। लालच में अंकों की हेराफेरी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
मूल्यांकन के नियमों पर विशेष जोर
परीक्षक को उत्तर पुस्तिकाओं के बाएं तरफ प्रश्न के पास लाल पेन से स्पष्ट अंक दर्ज करने होंगे।
प्रत्येक प्रश्न के अंक को उत्तर पुस्तिका के मुख्य पृष्ठ पर दर्ज किया जाएगा।
अंक जोड़ने में सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी प्रकार की गणना त्रुटि न हो।
मूल्यांकन के बाद अवार्ड ब्लैंक में भी स्पष्ट अंक दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं।
200 परीक्षक हाई स्कूल, 180 परीक्षक इंटर के लिए नियुक्त
उप नियंत्रक डॉ. रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि इस वर्ष चित्रकूट इंटर कॉलेज कर्वी को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है। इस केंद्र पर बाहरी जिलों से भी उत्तर पुस्तिकाएं आई हैं।
हाई स्कूल की 68,448 उत्तर पुस्तिकाएं
इंटरमीडिएट की 72,400 उत्तर पुस्तिकाएं
इनके मूल्यांकन के लिए हाई स्कूल में 200 परीक्षक और इंटर में 180 परीक्षक नियुक्त किए गए हैं। अतिरिक्त रूप से रिजर्व परीक्षक भी तैयार रखे गए हैं ताकि अनुपस्थित परीक्षकों के स्थान पर उनकी तैनाती की जा सके।
टोलियों का गठन एवं मूल्यांकन प्रक्रिया
हाई स्कूल के लिए 33 टोली एवं इंटर के लिए 32 टोली बनाई गई हैं।
प्रत्येक टोली में एक डिप्टी हेड होगा, जिसके निर्देशन में सहायक परीक्षक मूल्यांकन करेंगे।
मूल्यांकन के पहले दिन प्रत्येक डिप्टी हेड को 5 कॉपियां नमूने के तौर पर जांचनी होंगी। इन नमूनों के आधार पर ही अन्य परीक्षक मूल्यांकन कार्य करेंगे।
रिमूल्यांकन में त्रुटि पर होगी कार्रवाई
डीआईओएस ने बताया कि मूल्यांकन के बाद रि-मूल्यांकन भी कराया जाएगा। यदि इसमें किसी परीक्षक की त्रुटि पाई गई तो उसकी पारिश्रमिक राशि में कटौती की जाएगी और अगले वर्ष उसे मूल्यांकन कार्य के लिए अयोग्य घोषित किया जाएगा।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
बैठक में प्रधानाचार्य राकेश प्रताप सिंह, दिनेश भार्गव, राजेश सिंह, रुद्र नारायण पांडेय, कल्पना राजपूत, विनीता रानी, डॉ. सियाराम द्विवेदी, रजनीश मिश्रा, जेपी मिश्रा, दया शंकर सिंह सहित अन्य शिक्षक एवं मूल्यांकन कार्य से जुड़े अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का संचालन वीरेंद्र शुक्ला ने किया।