संभल: सीसीटीवी कैमरा तोड़ते हुए संदिग्ध लोगों  का वीडियो वायरल

संभल: जिले में सर्वे  घटना के दौरान सीसीटीवी कैमरा तोड़ते हुए संदिग्ध लोगों का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। घटना ने स्थानीय लोगों और पुलिस प्रशासन का ध्यान खींचा है। जानकारी के अनुसार, संदिग्ध व्यक्तियो  ने जानबूझकर सीसीटीवी कैमरे को नुकसान पहुंचाया, जिसकी फुटेज कैमरों में रिकॉर्ड हो गई। इस घटना को लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि कैमरा तोड़ने की वजह और संदिग्ध की पहचान के लिए सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। घटना से जुड़े साक्ष्यों को एकत्र कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

ब्यूरो  वीरेश कुमार 

संभल: बवाल के तीसरे दिन तनावपूर्ण शांति, उपद्रवियों की तलाश तेज

संभल: बवाल के तीसरे दिन मंगलवार को शहर में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होती नजर आई। जामा मस्जिद के आसपास के इलाकों को छोड़कर अधिकांश बाजार खुल गए। स्कूल भी सामान्य रूप से संचालित हुए। हालांकि, एहतियातन संभल तहसील क्षेत्र में इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध बुधवार शाम तक के लिए बढ़ा दिया गया।Sambhal administration released some CCTV footage of miscreants

उपद्रवियों की पहचान के प्रयास तेज
संभल प्रशासन ने बवाल के आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज जारी किए हैं, जिसमें वे तोड़फोड़ करते नजर आ रहे हैं। जल्द ही आरोपियों की तस्वीरें सार्वजनिक की जाएंगी ताकि उनकी गिरफ्तारी की जा सके। पुलिस ने अब तक पथराव और आगजनी में शामिल सैकड़ों लोगों को चिह्नित कर लिया है। उनके खिलाफ गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।

सर्वे टीम के दौरान बढ़ा विवाद
कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि सर्वे से एक दिन पहले जिला प्रशासन ने जामा मस्जिद कमेटी को नोटिस जारी किया था। सर्वे टीम के मस्जिद पहुंचने पर संभल विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल ने टीम में शामिल होने की मांग की। टीम द्वारा मना करने पर भीड़ इकट्ठा हो गई और बवाल हो गया।

बवाल के बाद कार्रवाई और सुरक्षा
पुलिस ने मंगलवार को बरेली जोन के एडीजी रमित शर्मा और डीआईजी मुनिराज  के नेतृत्व में शहर में पैदल मार्च किया। व्यापारियों को भरोसा दिलाया गया कि पुलिस पूरी तरह से सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। हालांकि, जामा मस्जिद के आसपास के इलाके में अब भी दुकानें बंद रहीं, और वहां पुलिस का कड़ा पहरा जारी है।

सीमाएं सील, बाहरी नेताओं के आगमन पर रोक
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संभल आने की सूचना पर जिले की सीमाएं सील कर दी गईं। अमरोहा और मुरादाबाद में दिल्ली हाईवे पर बैरियर लगाकर वाहनों की जांच की गई। हालांकि, राहुल गांधी नहीं पहुंचे। प्रशासन ने 30 नवंबर तक बाहरी नेताओं के शहर में प्रवेश पर पाबंदी लगा रखी है।

अधिकारियों का बयान
बरेली जोन के एडीजी रमित शर्मा ने कहा कि शहर में पूरी तरह से शांति है। फुटेज के जरिए आरोपियों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की लगातार मौजूदगी से लोगों में सुरक्षा का माहौल बना है।

संभल में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन प्रशासन ने उपद्रवियों पर कड़ी नजर रखते हुए कार्रवाई तेज कर दी है।