दुल्हन बनी वंशिका की शादी के बाद परिवार ने जमीन को अधिग्रहण से बचाने की मुहिम तेज की

दुल्हन बनी वंशिका की शादी के बाद परिवार ने जमीन को अधिग्रहण से बचाने की मुहिम तेज की

संवाददाता आशीष चंद्रमौलि

बड़ौत। बिजरौल गांव में बेटी वंशिका की शादी और विदाई के बाद परिजनों ने अपनी जमीन को बचाने की कवायद तेज कर दी है। अब वे धरना प्रदर्शन के अलावा रात्रि में भी अपनी जमीन के साथ किसी भी छेड़छाड़ को रोकने के लिए वहां सतर्क रहेंगे।कहा कि ,जमीन के लिए हक की लड़ाई जारी रहेगी व रात में भी निगरानी की जाएगी।

बता दें कि, बिजरौल गांव के किसान देशपाल सिंह की करीब 5 एकड़ भूमि का दिल्ली-देहरादून इकॉनमिक कॉरिडोर निर्माण के लिए 3 साल पहले अधिग्रहण किया जा चुका है, लेकिन अब फिर से किसान की शेष बची करीब एक बीघा जमीन का अधिग्रहण करने का प्रयास किया जा रहा है।इस दौरान रविवार को गांव में पहुंचे एनएचएआई के भूमि अधिग्रहण अधिकारी अंकित व उनकी टीम नने किसान की जमीन पर कब्जे का प्रयास किया था, तभी वहां हंगामा हो गया था, जिस कारण दुल्हन बनने को तैयार आक्रोशित वंशिका को भी परिवार की खातिर धरने पर बैठना पड़ा था। दुल्हन वंशिका के विरोध के चलते टीम को तब वापस लौटना पड़ा था । 

वंशिका की विदाई के बाद उसके परिजन निर्माणाधीन कॉरिडोर के पास मौजूद अपनी जमीन पर दोपहर बाद आए व धरना प्रदर्शन किया।उन्हें डर है कि ,खेत में उनके बने कमरे गिराकर प्रशासन जमीन पर कब्जा कर सकता है। परिवार का कहना है कि रात में कब्जा न हो जाए, इसलिए वहां निगरानी रखी जाएगी। यशपाल, सुबोध, रेखा, पूनम, ज्योति, नीरज, धर्मवीर आदि धरना प्रदर्शन में शामिल रहे।