खेकड़ा के जैन इंटर कॉलेज की कार्यरत प्रबंध समिति पर मंडराये संकट के बादल
••जिविनि द्वारा कार्यवाही किए जाने तथा हाईकोर्ट के विकल्प की चर्चा

संवाददाता शशि धामा
खेकड़ा।कस्बे के जैन इंटर कॉलेज की प्रबंध समिति के चुनाव पर आरटीआई की सूचना से प्रश्न चिन्ह लग गया है, जिसमें डिप्टी रजिस्ट्रार फर्म सोसाइटी चिट्स का कहना है कि, साधारण सभा के सदस्यों की सूची से कूट रचना के तहत "नहीं" शब्द विलुप्त किया गया हैं। इस खुलासे से प्रबंध समिति चुनाव पर संकट के बादल मंडरा गए हैं।
कस्बे के जैन इंटर कॉलेज की प्रबंध समिति का 10 मार्च 2024 में चुनाव हुआ था। चुनाव के लिए 8 दिसंबर 2023 को साधारण सभा के सदस्यों की सूची जारी की गई थी। चुनाव में प्रबंधक पद के प्रत्याशी रहे अंकुश जैन ने 11 दिसंबर 2024 को चुनाव अधिकारी पर विपक्षी गुट से साठगांठ कर गलत सदस्यता सूची पर चुनाव कराने का आरोप लगाया था। इस संबंध में उसने आरटीआई से डिप्टी रजिस्टार से सही सदस्यता सूची की जानकारी भी मांगी थी। उसका कहना था कि, आपके कार्यालय में पूर्व में सदस्यता सूची के परीक्षण के लिए भेजा गया पत्र अभी भी लंबित है। संस्था का मुख्य अभिलेख भी आपके कार्यालय में जमा हैं। फिर आपके कार्यालय से समिति रजिस्टर अधिनियम 1860 के अंतर्गत, सदस्यता सूची पंजीकृत है की मोहर वाली सदस्यता सूची कैसे जारी कर दी गई।
जवाब में डिप्टी रजिस्टार ने लिखा है कि उनके कार्यालय की सूची पर, समिति रजिस्टर अधिनियम 1860 के अंतर्गत पंजीकृत नहीं है ,की मोहर लगी हुई है, लेकिन चुनाव वाली सदस्यता सूची पर उनके कार्यालय की लगी मोहर से "नहीं" शब्द को विलुप्त करने की कूटरचना की गई है। डिप्टी रजिस्ट्रार के इस खुलासे के बाद कॉलेज की प्रबंध समिति के चुनाव पर संकट के बादल मंडरा गए हैं। अंकुश जैन का कहना है कि वे इस षड्यंत्र को न्यायालय में चुनौती देंगे और चुनाव को निरस्त कराएंगे।दूसरी ओर तथ्यों के गोपन करने के दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक से भी कहा जाएगा।