महालक्ष्मी पैरामेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मनाया गया "राष्ट्रीय डॉक्टर्स-डे

महालक्ष्मी पैरामेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मनाया गया "राष्ट्रीय डॉक्टर्स-डे

मवाना : महालक्ष्मी पैरामेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में आज "राष्ट्रीय डॉक्टर्स-डे" के अवसर पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का विषय "हेल्थ इज वेल्थ" रहा। जिसपर अलग-अलग विभाग के सभी छात्र-छात्राओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए। सेमिनार के मुख्य अतिथि कॉलेज चेयरमैन डॉ० प्रवीण मित्तल रहे। 
 
सर्वप्रथम कॉलेज चेयरमैन डॉ० प्रवीण मित्तल, डॉ० मोहित यादव, कॉलेज रजिस्ट्रार संदीप कुमार दवारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवल्लित कर सेमिनार का शुभारम्भ किया।

तदुपरांत पैरामेडिकल विभाग के छात्र-छात्राओं ने डॉक्टर्स की समाज में महत्वता के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए, डॉक्टर्स की समाज के प्रति जिम्मेदारी और कर्तव्य के बारे में बताया। इसके बाद छात्र- छात्राओं ने “हेल्थ इज वेल्थ” विषय के बारे अपने विचार प्रस्तुत किए कि, स्वस्थ शरीर कैसे मानव जीवन की कुंजी है, क्यूंकि जब तक यह स्वस्थ है तब ही जीवन है। 

इसके बाद कॉलेज चेयरमैन डॉ० प्रवीण मित्तल ने डॉक्टर्स दिवस के उपलक्ष्य में सभी पैरामेडिकल कॉलेज के सभी स्टाफ को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि, आज का दिन सभी डॉक्टर्स  के लिए खास है, क्यूंकि डॉक्टर्स ही एक मात्र ऐसा व्यक्ति होता है, जिस पर भगवान के बाद सबसे ज़्यादा विश्वास किया जाता है, क्यूंकि एक अच्छा डॉ० दवा कम ख्याल ज़्यादा रखने की सलाह देता है। जब कोई बीमार होता है, तब उसके मन में केवल स्वस्थ होने की भावना रहती है। जहां डॉक्टर्स एक तरफ इंसान की जान बचाते है, वहीं दूसरी तरफ वह साम्प्रदायिक  सौहार्द भी कायम करते है, जिसका प्रभाव समाज पर सकारात्मक रूप से देखने को मिलता है। 

कॉलेज निदेशक डॉ० मोहित यादव ने कहा कि स्वस्थ शरीर इंसान का सबसे बड़ा धन हैं, अच्छा खान- पान और व्यायाम आज के वर्तमान युग में बेहद जरूरी है। उन्होंने पैरामेडिकल विभाग के सभी प्रवक्ताओं को डॉक्टर्स दिवस की शुभकामनाएं दी।  

कॉलेज रजिस्ट्रार संदीप कुमार ने डॉक्टर्स दिवस पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि, पूरी दुनिया को बेहद अच्छे से याद है कि, कोरोना जैसी महामारी के दौरान किस तरह से देश के सभी डॉक्टर्स ने अपनी जान कि प्रवाह किए बिना लोगो  की जान को बचाया और उन्हें उनके परिवार से मिलाय। इस महामारी ने डॉक्टर्स का एक ऐसा रूप समाज के सामने रखा जो समाज कि रक्षा और सुरक्षा के लिए खुद कि जान न्योछावर करने को तैयार रहे।   
 सेमिनार में पवन शर्मा, अरुण गुप्ता, ज्योति त्यागी, मुनीत गिरी, गौरव मावी, डॉ० शोभा पॉल, संजीव कुमार, डॉ० नीतू, डॉ० शाहरुख़, डॉ० जीशान, डॉ० अभिषेक, आनंद, इमरान, विजय महेश्वरी, कमलेश शर्मा, रिया उपाध्याय,  शैली शर्मा, नीपा चौधरी, जॉनी कुमार आदि मौजूद रहे।