त्रिलोक तीर्थ परिसर में बनेगा बागपत का संग्रहालय ,पुरातत्व विभाग के महानिदेशक ने दिया आश्वासन
संवाददाता शशि धामा
खेकड़ा। बडागांव स्थित त्रिलोक तीर्थ परिसर में बागपत जनपद का बडा संग्रहालय बनेगा। मंदिर समिति के प्रतिनिधि मंडल को पुरातत्व विभाग के महानिदेशक ने यह आश्वासन दिया है।
पारस प्रभु अतिशय क्षेत्र बड़ागांव के त्रिलोक तीर्थ कमेटी का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में भारत सरकार के पुरातत्व विभाग के महानिदेशक यदुवीर सिंह रावत से मिला तथा उनको त्रिलोक तीर्थ मंदिर का माॅडल भेंट किया। उन्हें बताया कि बागपत जिले में प्राचीन सभ्यताओं की धरोहर की भरमार है। सिनौली साइट की खुदाई में कुषाण कालीन और महाभारत कालीन तामपत्र आदि अवशेष मिल चुके हैं। बड़ागांव के प्राचीन मनसा देवी मंदिर से लंकापति रावण का नाम जुड़ा हुआ है। खुदाई में वहां हड़प्पा कालीन मंदिर के स्तंभ मिल चुके हैं। बरनावा में महाभारत कालीन लाक्षागृह है।
इस दौरान प्रतिनिधि मंडल ने उन्हें बागपत जिले में मिलने वाली प्राचीन सभ्यताओं की धरोहर की जानकारी भी दी। तीर्थ परिसर में उनके लिए संग्रहालय की स्थापना की मांग की। बताया कि त्रिलोक तीर्थ विश्व की अनोखी कृति है। वहां देश के साथ ही विदेश के श्रद्धालु भी पारस प्रभु के दर्शन और पूजा के लिए आते हैं। वे संग्रहालय में रखी जाने वाली धरोहर से जिले का इतिहास जान सकेंगे। देश विदेश में बागपत को पहचान मिलेगी। यदुवीर सिंह रावत ने प्रतिनिधि मंडल को संग्रहालय स्थापना का आश्वासन दिया। प्रतिनिधि मंडल में त्रिलोकतीर्थ कमेटी के कार्याध्यक्ष महेंद्र कुमार, निर्माण अध्यक्ष प्रवीण कुमार, राष्ट्रीय प्रचार मंत्री श्यामलाल, प्रबंधक त्रिलोक चंद जैन शामिल रहे।