परिषदीय शिक्षकों को भी मिले नि:शुल्क कैशलेस चिकित्सा सुविधा
शामली। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने परिषदीय शिक्षकों को राज्यकर्मियों की भांति नि:शुल्क कैशलेस चिकित्सा सुविधा दिए जाने की मांग की है। इस मौके पर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा गया। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष नितिन कुमार व जिला महामंत्री पीयूष कुच्छल के नेतृत्व में शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि सरकार बनने पर बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा 24 अप्रैल 2022 को शिक्षकों को 100 दिन में कैशलेस चिकित्सा सुविधा दिए जाने संबंधी ट्वीट किया गया था लेकिन राज्य कर्मचारियों को निःशुल्क कैशलेस चिकित्सा सुविधा के विपरीत सचिव उप्र बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज द्वारा सशुल्क चिकित्सा बीमा का आदेश जारी किया गया है, इससे प्रदेश के शिक्षक आक्रोशित व स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से बेसिक शिक्षा परिषद के उक्त आदेश को निरस्त कर परिषदीय शिक्षकों के सम्मान एवं हित को ध्यान में रखते हुए परिषदीय शिक्षकों को राज्य कर्मचारियों की भांति निःशुल्क कैशलेस चिकित्सा सुविधा दिए जाने की मांग की है। इस मौके पर मनीष जावला, पवन कुमार, नीरज बडसर, मोहित चौधरी, संजीव खोखर, सुनील मलिक, अमित कुमार, विपिन धारिया, आदित्य, रोहित राणा, विकास, अमरपाल सिंह, आदेश पंवार आदि भी मौजूद रहे।