बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में रैगिंग पर 5 घंटे उपद्रव:कैंपस के अंदर सीनियर्स ने इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को पीटा, 4 के सिर फूटे

बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में रैगिंग पर 5 घंटे उपद्रव:कैंपस के अंदर सीनियर्स ने इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को पीटा, 4 के सिर फूटे

झांसी की बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में रैगिंग को लेकर सीनियर्स और जूनियर्स भिड़ गए। देर रात इसके कारण पांच घंटे तक कैंपस में उपद्रव हुआ। सीनियर्स ने जूनियर्स स्टूडेंट्स को इंट्रो लेने के लिए हॉस्टल बुलाया था। मना करने पर 45 सीनियर्स छात्रों ने हॉस्टल की घेराबंदी करके 12 जूनियर छात्रों को लाठी-डंडों से पीट दिया। इसमें चार जूनियर छात्रों के सिर फूट गए। 6 से अधिक छात्रों को मामूली चोटें आईं हैं रैगिंग के लिए बुला रहे थे सीनियर
बीटेक फर्स्ट ईयर के छात्र संस्कार ने बताया "मैं यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में न रहकर बाहर रहता हूं। लॉर्ड बुद्धा हॉस्टल के सीनियर रात को फोन कर रैगिंग के लिए बुलाते हैं। गालियां देते हैं। मैंने अपने HOD को बताया। उन्होंने कहा कि फोन स्विच ऑफ कर दो। तब मैंने उनकी बात मान ली। हालांकि, फोन ऑन करते ही उनके कॉल दोबारा आने लगते हैं और पूछते हैं कि इंट्रो के लिए क्यों नहीं आ रहे हो? तब मैंने कहा कि हम बाहर रहते हैं, हॉस्टल में इंट्रो देने नहीं आएंगे। क्योंकि, वे हॉस्टल बुलाकर इंट्रो के नाम पर 5-5 घंटे बैठाकर रैगिंग करते हैं।" पहले फोटो मंगाई, फिर पीटा
छात्र संस्कार ने कहा, "इंट्रो के लिए नहीं गए तो हॉस्टल के सीनियर साजिश रचने लगे। पहले बैच के लड़कों से मंगलवार को फोटो और वीडियो मंगवाई कि ये लड़के इंट्रो के लिए मना कर रहे हैं। हम कुछ समझ नहीं पाए। बुधवार शाम को ऑडिटोरियम में प्रोग्राम चल रहा था। मेरे साथ फस्ट ईयर के 12 स्टूडेंट्स प्रोग्राम में शामिल होने के लिए गए थे।"यूनिवर्सिटी के कैंपस के अंदर हुआ उपद्रव 
छात्र संस्कार ने बताया "प्रोग्राम खत्म होने पर शाम 6 बजकर 30 मिनट पर हम लोग बाहर निकले तो हॉस्टल के 40 से 45 सीनियर लाठी-डंडे लेकर खड़े थे। तब जूनियर ने अपने साथियों को बुला लिया। दोनों के बीच बातचीत के दौरान विवाद हो गया। संख्या ज्यादा होने पर हॉस्टल के सीनियर ने जूनियर स्टूडेंट्स को पीट दिया। मेरे अलावा 5 छात्रों को चोट आई है। जबकि, फर्स्ट ईयर के दीपक वर्मा, साहिल सिंह, सेकंड ईयर के अंकित वर्मा और जीशाम के सिर पर चोट लगी है। पहले सीनियर्स ने, फिर जूनियर्स ने खदेड़ा
हमले के बाद पथराव शुरू हो गया। जूनियर स्टूडेंट्स बचने के लिए बाहर की तरफ भागे। तब सीनियर उनको दौड़ते हुए पीट रहे थे। आगे जाकर SBI के पास जूनियर काफी संख्या में पहुंच गए। फिर रात 11 बजकर 30 मिनट पर जूनियर ने पीटते हुए सीनियर को खदेड़ दिया।

तमाशबीन बने रहे सिक्योरिटी गार्ड
पूरे उपद्रव के दौरान यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी गार्ड तमाशबीन बने रहे। मारपीट और पथराव के दौरान गार्डों ने तो बीच बचाव किया और न ही उपद्रवियों को पकड़ने की कोशिश की। छात्रों ने आरोप लगाया कि जब सीनियर पीटते हुए गेट पर आए तो सिक्योरिटी गार्ड मौजूद थे। न तो सिक्योरिटी गार्ड ने उनको रोकने की कोशिश की न ही गेट बंद किया।

यूनिवर्सिटी पर पक्षपात का आरोप

वहीं, अपने साथियों को घायल देखकर जूनियर्स को गुस्सा आ गया। वे इकट्‌ठा होकर यूनिवर्सिटी गेट पर पहुंचे। इसके बाद कानपुर रोड पर जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने कुछ देर बाद ही जाम खुलवा दिया। इसके बाद छात्र गेट के बाहर धरने पर बैठ गए। यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए छात्रों ने कहा कि पहले भी कई बार सीनियर इस तरह की हरकतें कर चुके हैं। मगर, कोई कार्रवाई नहीं होती।

सूचना पर यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर, एसपी सिटी राधेश्याम राय समेत कई थानों की फोर्स पहुंची। देर रात छात्रों को समझाने के बाद मामला शांत हुआ।

आज दोनों पक्षों को बुलाया गया
SP सिटी राधेश्याम राय का कहना है कि सीनियर ने जूनियर के साथ मारपीट की है। जूनियर स्टूडेंट्स की तहरीर पर तनुज गंगवार, दुर्गेश चौरसिया, विशाल राजपूत, श्रेष्ठ द्विवेदी समेत 40 अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने गुरुवार को दोनों पक्षों को बुलाया है। दूसरे पक्ष की भी बात सुनी जाएगी।