ब्रह्मप्रकाश दीक्षा ग्रहण कर सुदेवानंद क्षुल्लक बनते ही पायी चिर समाधि, जैन समाज ने मनाया मोक्ष महोत्सव

ब्रह्मप्रकाश दीक्षा ग्रहण कर सुदेवानंद क्षुल्लक बनते ही पायी चिर समाधि, जैन समाज ने मनाया मोक्ष महोत्सव

••गुरुग्राम से खेकड़ा के जैन मंदिर में आए ब्रह्मप्रकाश को जैनमुनि वसुनंदी महाराज ने दी थी दीक्षा
•• मंदिर में ली गई चिर समाधि यानि मृत्यु वरण को श्रद्धालुओं ने माना परम सौभाग्य
••डोला सजाकर बैंड बाजों के साथ अबीर गुलाल उडाते हुए निकाली शोभायात्रा

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक

खेकड़ा। नगर के श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर में श्री श्री108 आचार्य श्री वसु नंदी महामुनि के सानिध्य में देर रात छुल्लक दीक्षा प्रारंभ कराने के कुछ समय बाद ही मोक्ष को प्राप्ति पर मृत्यु महोत्सव मनाया गया तथा डोला सजाया गया और बैंड बाजों की धुन पर अबीर गुलाल उडाते हुए नवदीक्षित सुदेवानंद जी महाराज की यम संलेखना पूर्वक समाधि संस्कार में दिल्ली, हरियाणा और यूपी के आसपास के जनपदों से भी श्रद्धालुओं ने प्रतिभाग किया।

बता दें कि, देर शाम गुरुग्राम से एक जैन परिवार ब्रह्मचारी भैया ब्रह्नप्रकाश जैन को बहुत अधिक अस्वस्थता की हालत में बड़ा मंदिर की में आए व उन्हें छुल्लक दीक्षा दिलाकर उनको धर्म प्राप्त कराना चाह रहे थे।इस कार्य के लिए आचार्य श्री वसुनंदी महाराज अमींनगर सराय से देर शाम खेकड़ा आए तथा उनको छूल्लक दीक्षा दी तथा पिच्छी ,कमंडल, शास्त्र व पात्र भी दान देने का सौभाग्य हम सभी को प्राप्त कराया गया और धर्मचर्चा भी हुई। इसी बीच उन्होंने सद्गति यानि मोक्ष को वरण कर लिया। 

सुनना है अतः अधिक से अधिक संख्या में बड़ा मंदिर जी में अवश्य पहुंचे

नव दीक्षित सुदेवानंद जी महाराज की यम सल्लेखना पूर्वक समाधि संपन्न कराने हेतु सुबह से ही आसपास के जनपदों तथा दिल्ली व हरियाणा राज्यों से भी धर्मप्रेमी जुटने शुरू हो गये। बैंड बाजों के साथ मृत्यु महोत्सव मनाते हुए डोला सजाया गया तथा नव दीक्षित क्षुल्लक सुदेवानंद को बैठाकर होली की तरह अबीर गुलाल उडाते हुए तथा णमोकार मंत्रोच्चार करते हुए नाचते गाते जैन कालेज मैदान में जैन मुनि वसुनंदी महाराज की देखरेख में समाधि तैयार कर चंदन, नारियल, देसी घी आदि सुगंधित द्रव्यों के मध्य अग्नि के माध्यम से पंचतत्व में विलीन किया गया। 

इस दौरान नव दीक्षित सुदेवानंद क्षुल्लक के पुत्र पौत्र पत्नी सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के लोगों ने हर्षोल्लास के साथ शोभायात्रा में हिस्सा लिया। उनके पुत्र व पौत्र पूरे रास्ते कमंडलु से जल सिंचन करते हुए आगे चल रहे थे। जैन कालेज के प्रबंधक राहुल जैन, राकेश जैन, मुकेश जैन, विशेष जैन, प्रमोद, नरेश, नरेंद्र, मा प्रदीप कुमार, विकास, मनोज, अमित आदि सहित बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी शोभायात्रा में हिस्सा लिया।