समुद्र में तैराकी, हाफ मैराथन तथा 90 किमी साइकिल चलाने में बडौत के मेधावी इंजीनियर उत्सव का 33 देशों के डेढ हजार प्रतिभागियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
•युवाओं के हिम्मत और हौसले की ऐतिहासिक जीत : प्रो जेके सरोहा
••सच्ची लगन, कठिन परिश्रम और पूर्ण आत्म विश्वास ही सफलता का मुख्य आधार : प्रो नरेंद्र सिंह
•••बेहद परिश्रमी, मेधावी, साहसी और कठिनाइयों से न घबराने वाले पुत्र पर गर्व : डॉ रेखा सिंह
बडौत | गोवा में 13 नवंबर को सबसे कठिन मानी जाने वाली आयरनमैन 70.3 ट्रायथलैन प्रतियोगिता निर्धारित से भी पर्याप्त समय पूर्व में ही सफलता पूर्वक पूर्ण कर इंजीनियर उत्सव सिंह ने आयरनमैन का खिताब जीत लिया। जनता वैदिक कालेज के प्राचार्य प्रो जयकुमार सरोहा ने इसे युवाओं के हिम्मत और हौसले की ऐतिहासिक जीत बताया |
भारत में दूसरी बार संपन्न हुई इस 70.3 आयरनमैन रेस में 33 देशों के लगभग 2,000 प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें से लगभग 1,450 प्रतियोगियों ने प्रतिभाग किया | प्रतियोगिता में 1.9 किलोमीटर खुले समुद्र में तैरना, 90 किलोमीटर साइकिल चलाना तथा 21.1 किलोमीटर हाफ मैराथन दौड़ना भी शामिल था। तीनों इवेंट्स को निर्धारित समय से पूर्व पूरा कर , जांबाज इंजीनियर उत्सव ने आयरनमैन का खिताब हासिल किया। इससे पूर्व भी वह 2019 में लेह लद्दाख से खार डूंगला की कठिनतम 72 किलोमीटर की कठिनतम रेस में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुका है।
दूसरी ओर बेटे की इस उपलब्धि पर जनता वैदिक कालिज बड़ौत के राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ नरेंद्र सिंह का कहना है कि, सच्ची लगन , कठिन परिश्रम एवं पूर्ण आत्मविश्वास के कारण ही यह सम्भव हो पाया है। उत्सव की इस कामयाबी पर खुशी से गदगद छोटे भाई कार्तिक (जो इस समय आईआईटी से कंप्यूटर साइंस में बी-टेक कर के जापान में सीनियर मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं, ने वीडियो कॉल के माध्यम से अपने बड़े भाई को बधाई दी।
राजकीय हाई स्कूल फतेहपुर पुठ्ठी ,बागपत में प्रधानाचार्या के पद पर कार्यरत उत्सव की माता डॉ रेखा सिंह का कहना है कि ,उत्सव बचपन से ही अत्यंत मेधावी छात्र रहा है, शुरुआत से ही वह अपनी सभी कक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करता रहा। बेहद परिश्रमी, साहसी, निर्भीक, कठिनाइयों से हार ना मानने वाला और संघर्षशील उत्सव ने कक्षा 10 में ग्रोवैल स्कूल बड़ौत तथा कक्षा 12 में जौहर पब्लिक स्कूल बड़ौत को टॉप किया था। उत्सव ने आईआईटी कानपुर से एमटैक किया है |