मंत्रियों के होते रहे निरीक्षण, नहीं सुधरे अस्पताल के जिम्मेदार पूरा परिशर जलाशय में तब्दील।
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री के आदेश हुए बेअसर
बछरावां रायबरेली। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में भरा पानी जिम्मेदारों की खोल रहा पोल। जबकि क्षेत्र का लगातार उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक एवं कई सत्ताधारी पार्टी के राजनेता तथा अधिकारियों के औचक निरीक्षण व निर्धारित कार्यक्रम अस्पताल में हो रहे हैं। उसके बाद भी अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारी आने वाले मरीज एवं तीमारदारों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे। अस्पताल प्रांगण के अंदर फैली चारों तरफ गंदगी बज बजाती नालियां तथा जलभराव का नजारा आप देख सकते हैं। 2 दिन हुई बरसात के बाद मौजूदा समय में लगभग 24 घंटे बरसात बंद होने के बीत जाने के बाद भी अस्पताल प्रांगण में भरा हुआ पानी अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका। इस भरे हुए जलाशय के ठीक सामने जन औषधि केंद्र के बगल वाली गली में जलभराव की स्थिति होने के बावजूद भी मरीज, तीमारदार पानी में होकर निकलने को मजबूर है। इसी रास्ते से आने वाली गर्भवती महिलाएं, वृद्ध मरीज तथा अन्य महिलाएं पानी में फिसल कर गिर भी जाती है, परंतु अधीक्षक महोदय को यह दृश्य दिखाई नहीं देता अस्पताल के अंदर की बज बजाती हुई नालियों को साफ कराने तथा पानी को बाहर निकलवाने की जहमत नहीं उठाई। मरीजों के साथ आए तीमारदारों ने बताया कि करीब 4 माह पूर्व मंत्री जी के द्वारा औचक निरीक्षण भी किया गया था और अधीक्षक महोदय को सीएचसी में फैली अव्यवस्थाओं को सुधारने का सख्त निर्देश भी दिया गया था। परंतु अधीक्षक साहब के ऊपर मंत्री जी का आदेश बेअसर साबित हुआ। बीते 2 दिन की बारिश ने उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक द्वारा पूर्व में सीएचसी अधीक्षक को अस्पताल में अव्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के दिए गए निर्देशों की पूर्ण रूप से धज्जियां उड़ाते नजर आए। सीएचसी परिसर में जन औषधि केंद्र,अधीक्षक कक्ष तथा एमएसडब्ल्यू विभाग पूर्ण रूप से जलासय में तब्दील नजर आ रहा है।ऐसे में सवाल उठता है। कि आखिरकार उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के निर्देशों का असर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बछरावां के जिम्मेदार अधिकारियों पर क्यों नहीं पड़ रहा है।