सिक्योर इंडिया कंपनी का कर्मचारी बनकर हड़पे करोड़ों रुपए

सिक्योर इंडिया कंपनी का कर्मचारी बनकर हड़पे करोड़ों रुपए

एटीएम मशीनों से सॉफ्टवेयर में छेड़छाड़ कर 650 लाख  रुपए का हुआ खुलासा

पकड़े गए अपराधियों के पास से एक पिस्टल दो जिंदा कारतूस बरामद

सुल्तानपुर। बैंक के एटीएम मशीन से सॉफ्टवेयर में छेड़छाड़ कर जमा पैसा निकालने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए उसके पास से एक 32 बोर की पिस्टल हुआ दो जिंदा कारतूस बरामद किया है।

   पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने बताया कि कूरेभार पुलिस को मुखबिर की सूचना से पता चला कि दो साथी धनपतगंज थाना क्षेत्र के फत्तेपुर गांव निवासी जयशंकर तिवारी उर्फ सुमन्त तिवारी पुत्र ओमप्रकाश, तथा दूसरे साथी संजीव सिंह पुत्र स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद सिंह निवासी भौंषा थाना कूरेभार को चेकिंग के दौरान पकड़ लिया पुलिस की जामा तलाशी में उसके पास से एक पिस्टल 32 बोर 2 जिंदा कारतूस बरामद हुआ पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि पिछले कई आरसी सिक्योर इंडिया वैल्यू कंपनी का कर्मचारी बनकर पहले कुछ समय तक कंपनी में काम करता था। जहां पर भारी मात्रा में पैसे का लेनदेन हुआ करता था पकड़े गए अभियुक्त जयशंकर ने बताया कि एटीएम मशीनों के सॉफ्टवेयर में छेड़छाड़ कर भारी मात्रा में पैसे का फ्रॉड होता था। हम सब एटीएम मे जमा पैसे पर खासकर निगाह रखते है। उसने पुलिस को खासकर बताया कि जमा पैसा एटीएम में पार्टी जमा करती है निकासी का पैसा बैंक स्वयं एटीएम मशीन में जमा करते हैं। बैंक खाते में लेखा-जोखा पूरा हो जाता था हम लोग इस पैसे को निकाल लेते थे। पुलिस की शक्ति के बाद जयशंकर तिवारी के पास से 5,50,000 लाख, पल्सर मोटरसाइकिल एक एंड्राइड मोबाइल सैमसंग कंपनी तथा दूसरे अभियुक्त संजीव सिंह के पास से एक लाख नगदी बरामद हुआ। घटना का अनावरण करने के लिए पहले से ही पुलिस फिराक में थी। पकड़े गए अभियुक्त ने बताया कि इस खेल में अन्य लोग भी शामिल हैं, कंपनी कर्मचारियों को डराने के लिए यह पिस्टल खरीदी गई थी। एटीएम खाते से हुए फ्रॉड पर कंपनी ने अपने ही कुछ कर्मचारियों पर जिम्मेदारी थोप रखी थी। पुलिस जिनकी सर गर्मी से तलाश कर रही है। पकड़े गए अभियुक्त को पुलिस ने पकड़ कर जेल भेज दिया।