डेंगू के मरीजों की बढ़ रही से संख्या,जिला अस्पताल में नही है फिजिशियन

डेंगू के मरीजों की बढ़ रही से संख्या,जिला अस्पताल में नही है फिजिशियन

कैसे हो डेंगू के मरीजों का इलाज, सिर्फ वेड रिजर्व करने तक ही सीमित रह गई तैयारी

डेंगू के मामले में लगातार वृद्धि हो रही है। जिले में इलाज के दौरान अब तक 99 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। पीलीभीत में डेंगू से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों का जमीनी स्तर पर जायजा लिया। इस दौरान तमाम तथ्य निकलकर सामने आए। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल खोल कर रख दी। 

दरअसल पीलीभीत में डेंगू के अवसर फुल 2742 सैंपल को जांच के लिए भेजा जा चुका है बरेली की लैब से प्राप्त हुए एलाइजा रिपोर्ट में अब तक 99 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि NS1 यह जांच पाली के आने के बाद प्राइवेट ने भगवा जिला अस्पताल की जय एलाइजा टेस्ट के लिए सैंपल भेजा जाता है। जिसकी रिपोर्ट में अभी से 48 घंटे के अंदर आ जाती है। जिसके बाद अगर मरीज संक्रमित पाया जाता है। तो उसके आसपास के एरिया में फांगिंग कराईं जाती हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेजकर अन्य लोगों के सैंपल भी एकत्र भी कराए जाते हैं।पीलीभीत के सीएमओ डॉ आलोक कुमार का दावा है। कि डेंगू से निपटने के लिए उन्होंने तमाम तैयारियां कर रखी है जिला अस्पताल से लेकर तमाम सीएचसी व पीएचसी पर 300 से अधिक बेड को डेंगू से ग्रस्त मरीजों के इलाज के लिए रिजर्व किया गया है। इसके साथ ही डाक्टरों की ड्यूटी भी रोस्टर के अनुसार लगाई गई है ताकि हालात बिगड़ने पर मरीजों का इलाज हो सके।पीलीभीत के जिला अस्पताल में तैनात एकमात्र डॉ अमरकांत सागर बीमार होने के कारण छुट्टी पर हैं। ऐसे में डेंगू व आइसोलेशन कक्ष में भर्ती तमाम मरीजों का उपचार अन्य चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है।वही चिकित्सकों के अभाव की बात कहकर लगाता इन मरीजों को रेफर करने की बात कही जा रही है ऐसे में नाकाफी इंतजामों का खामियाजा मरीज भुगत रहे हैं। गौहनिया गांव के रहने वाली मोवीना ने बताया। कि उनके बेटी सीमा को उल्टी और बुखार की शिकायत हुई थी। शुक्रवार सुबह 7:00 पर अपनी बेटी को इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर आई थी। डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया लेकिन लगातार डॉक्टर नहाने का हवाला देकर रेफर करने की बात कही जा रही दूर से तो बीसलपुर की रहने वाली सुषमा का कहना है कि वह 1 नवंबर को अपने पति महेश को तमाम समस्याओं के चलते जिला अस्पताल लेकर आए थे उनके पति को जिला अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। अब डॉक्टर ना आने पर उन्हें भी रेफर करने की बात कही जा रही है।

पीलीभीत के नौगवा पकड़िया नगर पंचायत में एक दर्जन लोगों के संदिग्ध बुखार के चलते मौत हो चुकी है। वहीं जहानाबाद इलाके में भी मौतों का सिलसिला जारी है। हैरान कर देने वाली बात यह है। कि इन इलाकों में डेंगू और मलेरिया के सैंपल के दौरान लोगों में पूछती नहीं हो पा रही है। कि बुखार डेंगू का है या मलेरिया का इसके बावजूद लोग बीमार है। कई लोगों की मौतें भी हो रही है।

पीलीभीत के सीएमओ डॉक्टर आलोक कुमार ने बताया है कि एलाइजा जांच को जिले में शुरू कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है। अब जांच के लिए बरेली सैंपल नहीं भेजे जाएंगे। चंद घंटों के अंदर ही पीलीभीत में एलाइजा की जांच रिपोर्ट मिल जाएगी।