शहर को जाम से मिली मुक्ति, हटा गन्नों का जाम
व्यापारियों के धरना प्रदर्शन ने दिखाया जबरदस्त असर, चौडी नजर आई शहर की सडकें
जाम खुलने से आम लोग व व्यापारियों ने भी ली राहत की सांस
गन्नों के जाम के विरोध में व्यापारियों ने दुकानें बंद कर किया था धरना प्रदर्शन
शामली। कुछ ही देर के लिए व्यापारियोंद्वारा दुकान बंद कर किए गए धरना प्रदर्शन ने जबरदस्त असर दिखाया। पिछले पांच दिन से जो शहर गन्नों के वाहनों के कारण जबरदस्त जाम से जूझ रहा था, वह व्यापारियों के कुछ देर के धरना प्रदर्शन के बाद ही हट गया। मिल प्रशासन ने आनन फानन में सारा गन्ना मिल में ले लिया जिसके बाद किसान भी अपने-अपने घरों को लौट गए। गुरुवार की श् ााम व शुक्रवार को पूरे दिन शहर में किसी भी जगह गन्नों के वाहन नजर नहीं आए और सडकें भी चौडी नजर आई। जाम खुलने से लोगों खासकर व्यापारियों ने राहत की सांस ली।
जानकारी के अनुसार पिछले करीब छह दिनों से शहर के अपर दोआब शुगर मिल में तकनीकी खराबी व मिल के बेहद धीमी गति से काम करने के चलते मिल गेट से लेकर अग्रसेन पार्क, हनुमान रोड, वीवी इंटर कालेज रोड, सिटी बिजलीघर, सुभाष चौंक, भिक्की मोड के अलावा कोतवाली रोड, अस्पताल रोड, बुढाना रोड तक गन्नों से लदी टैªक्टर ट्राली व बोगियों के कारण शहर की यातायात व्यवस्था जहां बुरी तरह प्रभावित हो गयी थी वहीं गन्नों के वाहनों के जाम के कारण व्यापारियों का कारोबार भी चौपट होने लगा था। दो दिन पूर्व शहर के सुभाष चौंक पर दुकान करने वाले व्यापारियों ने दुकानों के बाहर ही गन्नों की ट्रैक्टर ट्राली खडी करने से व्यापार प्रभावित होने के चलते जमकर हंगामा काटा था तथा दुकान बिकाऊ के पोस्टर तक चस्पा कर दिए थे, हालांकि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दुकानदारों को समझा बुझाकर शांत करते हुए ट्रैक्टर ट्रालियों को डिवाइडर की साइड लगवाकर मामला शांत किया था लेकिन इसके बावजूद हनुमान रोड व अस्पताल रोड पर गन्नों के वाहनों केजाम लगा हुआ था। गुरुवार को यहां के व्यापारियों के भी सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने अपनी-अपनी दुकानें बंद करते हुए सडक पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। व्यापारियों ने मिल प्रशासन के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की थी। मौके पर पहुंचे मिल अधिकारियों का व्यापारियों ने घेराव कर दिया था जिसके चलते मिल अधिकारियों व व्यापारियों में तीखी बहस भी हुई थी। एसडीएम सदर वीशूराजा व मिल के अधिकारियों ने 24 घंटे में ही जाम की समस्या के समाधान का आश्वासन देकर व्यापारियों को शांत कराया था। व्यापारियों के धरना प्रदर्शन ने कुछ घंटे बाद ही जबरदस्त असर दिखाया, जिला प्रशासन द्वारा मिल अधिकारियों को दी गयी की हिदायत के बाद आनन-फानन में सारा गन्ना मिल में पहुंच गया जिसके बाद कई दिनों से दिन रात सडकों पर खडे किसानों ने भी राहत की सांस ली और वे अपना गन्ना मिल में डालकर अपने-अपने घरों को लौट गए। गुरुवार की शाम व शुक्रवार को पूरे दिन शहर में किसी भी मार्ग पर गन्नों के ज्यादा वाहन नजर नहीं आए, जाम खुलने से सडके की भी चौडी दिखाई दी वहींव्यापारियों के साथ-साथ आम लोगों ने भी राहत की सांस ली।