जिला स्वास्थ्य और पोषण समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने की प्रगति की समीक्षा व सुधार के दिए निर्देश

जिला स्वास्थ्य और पोषण समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने की प्रगति की समीक्षा व सुधार के दिए निर्देश

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक

बागपत।जिलाधिकारी ने जिला स्वास्थ्य समिति एवं जिला पोषण समिति की बैठक में दिए आवश्यक निर्देश, साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छपरौली के कार्यों को सुधार करने की दी हिदायत। कहा कि, 
स्वास्थ्य विभाग का महिला एवं बाल विकास विभाग के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होना जरूरी। उन्होंने
मानसिक रोगियों के स्वास्थ्य परामर्श के लिए टेली मानस हेल्प लाइन नंबर 14416 या 18008914416 भी जारी किया। 

जिलाधिकारी अस्मिता लाल की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति की "शासी निकाय समिति" एवं जिला पोषण समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के साथ ही जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। 70 साल से ऊपर के सभी व्यक्तियों का आयुष्मान कार्ड बनाए जाने के जिलाधिकारी ने निर्देश दिए।कहा कि, आयुष्मान की कैटेगरी में आने वाले व्यक्तियों को कार्ड बनाकर उन्हें स्वास्थ्य उपचार दिया जाए, जो अस्पताल पैनल में हैं वह गुणवत्ता के साथ उपचार दें। 

जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि,जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत पेमेंट समय से करें व महिला नसबंदी का लक्ष्य आशाओं को दिया जाए और इसके प्रति गांव में जागरूकता अभियान भी चलाया जाए। उन्होंने राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम में कार्य करने पर भी बल दिया। पीसीपीएनडीटी के अंतर्गत अल्ट्रासाउंड सैंटरो की रेंडम चेकिंग की जाए। सीएचसी छपरौली के कार्यों में सुधार करने के निर्देश भी दिए गए।उन्होंने सभी पैरामीटर में सुधार करने की आवश्यकता बताई। 

जिलाधिकारी ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं  संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने, गर्भवती महिलाओं की जांच, कवरेज में वृद्धि करने और सुरक्षित प्रसव सुविधाओं को और बेहतर बनाने पर आवश्यक निर्देश दिए।कहा कि, डिलेवरी होने के 48 घंटे के बाद ही छुट्टी की जाए।

बैठक में टीकाकरण अभियान के अंतर्गत नियमित टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की गई और लक्ष्य प्राप्त करने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए, कुपोषण उन्मूलन आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यप्रणाली की समीक्षा की गई और गंभीर कुपोषित बच्चों के प्रबंधन के लिए भी प्रभावी रणनीति तैयार करने पर जोर दिया गया।प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली सहायता राशि के वितरण की स्थिति में सुधार करने के निर्देश दिए। 

अतिकुपोषित ग्रामों पर विशेष ध्यान देने,कुपोषित बच्चों की संख्या अधिक होने वाले गांवों की पहचान कर वहां विशेष स्वास्थ्य और पोषण कैंप लगाने के निर्देश दिए गए।कहा कि, जो आंगनवाड़ी केंद्र जर्जर अवस्था में हैं, उन्हें निष्प्रयोज्य घोषित करते हुए उन्हें ध्वस्त करने के कार्यवाही की जाए तथा जहां आंगनबाड़ी भवन बनाए जा रहे हैं उनकी गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए।

बैठक में बताया गया कि,जिला अस्पताल बागपत में ओपीडी के कमरा नं 9 में लगभग प्रतिदिन 70 से 80 मानसिक मरीजो का उपचार, मानसिक दवाओं के द्वारा किया जाता है और कमरा नं 101 में मनकक्ष विभाग में 14 से 15 मानसिक मरीजो कि काउंसलिंग की जाती है। ओपीडी सोमवार, बुद्धवार, शुक्रवार को होती है एवं मंगलवार, बृहस्पतिवार, शनिवार को समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो, वृद्धाश्राम, दवा से दुवा, स्कूल कालेज, विकलांग कैम्प आदि पर कैम्प के माध्यम से उपचार व काउंसलिग की जाती है।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर तीरथ लाल, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर एस के चौधरी, जिला कार्यक्रम अधिकारी नागेंद्र मिश्रा, स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सीएमओ डॉ यशवीर, डॉ विभास राजपूत आदि अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।