ब्राह्मणों का उत्पीड़न ना रुका तो परिणाम भुगतने को तैयार रहे भाजपा
-चिंतन मनन पंचायत में गरजे बिप्र नेता
-जनपद सहित विभिन्न स्थानों से आये ब्राह्मणों ने साधा निशाना
-जय जय परशुराम, सुदामा दीक्षित जिंदाबाद के नारों गूंजा विजय विक्रम पैलेस का सभागार
उरई (जालौन)। साधारणतया शांत प्रिय समझे जाने वाले ब्राह्मण नेताओं एवं तमाम विप्र बंधुओं का गुस्सा गुरुवार को विजय विक्रम पैलेस में देखने को मिला। ब्राह्मण नेताओं के निशाने पर भाजपा एवं उनके वह तमाम नेता रहे जिनके इशारे पर सत्ता की हनक में ब्राह्मणों का उत्पीड़न किया जा रहा है। विभिन्न ब्राह्मण संगठनों के तत्वावधान में बुलाई गयी महा पंचायत के आखिर में निर्णय हुआ कि यदि भाजपा एवं उसके नेताओं ने अपना रवैया ना बदला तो आगामी लोकसभा चुनावों में उन्हें सबक सिखाने का काम ब्राह्मण करेंगे।
ब्राह्मण संगठनों के संगठनों के आवाहन पर विजय विक्रम पैलेस में जमा हुए ब्राह्मण समाज के लोगों को संबोधित करते हुए ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दुर्गेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि समाज में पूज्यनीय माने जाने वाला ब्रह्मण को किसी की रहम की जरूरत नहीं है। यह तो वही समझ जाएंगे जो ब्राह्मण उत्पीड़न का मंसूबा पाले हुए। ब्राह्मण उत्पीड़न ना रूका तो आने वाले समय में सत्तारूढ़ दल को ब्राह्मण अपनी ताकत भी दिखा देगा। उन्होंने कहा कि पूर्व ब्लाक प्रमुख सुदामा दीक्षित का मामला बेहद ही संवेदनशील है इस प्रकार के उत्पीड़न को ब्राह्मण समाज कभी सहन नहीं करेगा।अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के जिला अध्यक्ष राजू पाठक ने कहा कि ब्राह्मणों को कमजोर समझने वाले लोग यह बड़ी भूल कर रहे हैं कि इस समाज की धुरी है ब्राह्मण। उनकी भूमिका के बगैर कोई भी काम सार्थक नहीं हो सकता है। ऐसे में चंद लोगों द्वारा ब्राह्मणों को निशाना बनाया जा रहा है उनका बिना वजह उत्पीड़न हो रहा है जिसका हालिया उदाहरण पूर्व ब्लाक प्रमुख सुदामा दीक्षित है जिन्हें झूठे मामले में सरकार की हनक में जेल भेज दिया गया। यह सभ्य समाज के लिए ठीक नहीं है। ब्राह्मणों को कमजोर समझने वाले लोग असल में नासमझ है और बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं। युवा ब्राह्मण नेता अंशुल शुक्ला ने अपने उद्बोधन में बहुत ही ज्वलंत मुद्दों को पंचायत के बीच रखा। उन्होंने पूछा कि आखिर सुदामा दीक्षित का दोष क्या था? केवल राजनीति के लिए इस प्रकार का ताना-बाना बुनना ठीक नही। शास्त्रों में वर्णित विभिन्न संस्मरणों के माध्यम से अंशुल शुक्ला ने कहा कि ब्राह्मण तो जन्मजात पूज्यनीय है। जो नहीं मानते हैं वह मत माने मगर अब ब्राह्मण अपनी रक्षा करना स्वयं जानता है अपने हक की आवाज उठाना जानता है वह किसी से डरने वाला नहीं है जिन लोगों के मन में ब्राह्मण उत्पीड़न का मंसूबा है वह से पूरी तरह से भुला दें अन्यथा ब्रह्म समाज उन्हें जवाब देने को पूरी तरह से सक्षम है। ब्राह्मण महापंचायत में सुदामा दीक्षित का मामला उठाते हुए कहा कि जिले का एक एक ब्राह्मण साथी आज सुदामा दीक्षित के साथ खड़ा है एवं उन लोगों के विरोध में आवाज उठा रहा है जिनके षड्यंत्र के तहत उन्हें जेल भेजा गया। उन्होंने महापंचायत में शामिल नहीं हुए ब्राह्मण को भी अपने शब्दों में जागरुक करते हुए कहा कि आत्मरक्षा के लिए तो सभी का एकजुट होना जरूरी है अकेले कुछ संभव नहीं है।
राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिषेक दीक्षित ने कहा कि ब्राह्मण उत्पीड़न बहुत गंभीर विषय है समाज में इसको लेकर चिंतन होना जरूरी है। जो राजनीतिक दल ब्राह्मणों को केवल उपयोग की वस्तु समझते हैं उन्हें आगाह करना चाहता हूं कि अब ब्राह्मण यह विश्लेषण करना जानता है कि कौन सा दल उसके साथ क्या कर रहा है। श्री दीक्षित ने पूर्व ब्लाक प्रमुख के मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि जिस प्रकार की फर्जी कार्रवाई हुई उसे ब्राह्मण कभी भुला नहीं पाएगा।
ब्राह्मण नेता पत्रकार मनोज शर्मा ने भी अपने उद्बोधन में विप्र संरक्षण पर बोल देते हुए कहा कि हम सभी को अब एक जुट होकर कर उन लोगों के विरुद्ध आवाज उठानी ही होगी जो ब्राह्मण को केवल पूजा पाठ तक ही सीमित मानते। ब्राह्मणों हमेशा ही समाज को बेहतर नेतृत्व दिया है और नई दिशा दी है। उन्होंने पूर्व ब्लॉक में सुदामा दीक्षित को समाज का हितैषी बताते हुए कहा जिस प्रकार की राजनीति उनके साथ हुई है वह स्वस्थ समाज के लिए ठीक नहीं है। आप सभी को जागरूक होने की जरूरत है। श्रीमंत प्रभाकर नारायण राव पेशवा ने भी ब्राह्मणों के उत्पीड़न को गलत ठहराते हुए कहा कि समाज गलत दिशा में जा रहा है। समाज को भड़काने वाले लोगों पर अंकुश लगाये जाने की जरूरत है। महापंचायत के दौरान पूर्व ब्लाक प्रमुख सुदामा दीक्षित की पत्नी नम्रता तिवारी ने कहा कि गरीब बच्चों को पढ़ाना, गरीबों का इलाज, गरीब बेटियों का विवाह, खिलाड़ियों को संसाधन और मंच देना जुर्म है तो यह जुर्म हम और हमारे पति करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में आप सभी से सहयोग की अपील करते है। महापंचायत में शिवकुमार चतुर्वेदी, गणेश द्विवेदी, ब्राह्मण महासभा प्रदेश अध्यक्ष नीरज चौधरी, राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ प्रदेश अध्यक्ष मनीष शर्मा, राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिषेक दीक्षित ने आभार व्यक्त किया। संचालन मृदुल दांतरे ने किया। ब्राह्मण महापंचायत में बड़ा स्थान कालपी के महंत रामकरण दास जी महाराज, कांग्रेस जिलाध्यक्ष दीपांशु समाधिया, आशीष चतुर्वेदी, नवेंद्र उपाध्याय, सिद्धार्थ दीवोलिया, शीलू गौतम एट, दीपक पांडेय, मनोज दोहलिया, दयानिधि पांडेय, सुभाष दुवे, शिवकांत दुवे, अनरुद्ध द्विवेदी, अन्नू शर्मा, अभि पंडित, विनय द्विवेदी, नवीन पांडेय, राजीव पाठक, विनय तिवारी, हरनारायण तिवारी ऊमरी, संजय गुबरेले, आकाश नायक, शिवम फौजी, राहुल महाराज, नीतू व्यास, गौरव मिश्रा, राहुल शर्मा, मोहित नायक, राजू दीक्षित टिमरों, सीमा तिवारी, राधा दोहलिया, निधि सोनकिया आदि मौजूद रहे।