बाल दिवस पर बीएसएम स्कूल से निकाली जागरूकता रैली

बाल दिवस पर बीएसएम स्कूल से निकाली जागरूकता रैली
छात्र-छात्राओं ने खुद के द्वारा बनाए गए बैग व्यापारियों को बांटे
स्कूल में छोटे बच्चों की फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का भी आयोजन

शामली। शहर के बीएसएम स्कूल में पूर्व प्रधानंत्री पं. जवाहरलाल नेहरु की जयंती बाल दिवस के रूप में मनायी गयी। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं द्वारा जागरूकता रैली भी निकाली गयी। शिक्षकों ने पं.  नेहरु के जीवन पर प्रकाश डाला।
जानकारी के अनुसार शहर केशिक्षण संस्थाओं में देश के पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरु की जयंती बाल दिवस के रूप में मनायी गयी। इस अवसर पर बीएसएम स्कूल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्कूल चेयरमैन सूर्यवीर सिंह ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 14 नवम्बर को पं. जवाहरलाल नेहरु की जयंती बाल दिवस के रूप में मनाई जाती है। यह दिन पूरी तरह से पं. नेहरु को समर्पित है। नेहरु जी बच्चों को बेहद प्रेम करते थे और उन्हें देश का भविष्य मानते थे। इस अवसर पर  एक जागरूकता रैली का भी आयोजन किया गया। रैली हनुमान चौंक से होतेहुए शिव चौंक, बडा बाजार, नया बाजार में आकर संपन्न हुई। स्कूली छात्र-छात्राओं ने खुद के द्वारा बनाए गए बैगों का दुकानदारों को वितरण किया। रैली का उद्देश्य जन साधारण को अनेक समस्याओं जैसे प्लास्टिक का प्रयोग न करने, जल बचाने, वृक्षारोपण करने, पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने में सहयोग करने आदि की ओर ध्यान केन्द्रित करना था।  इसके पश्चात स्कूल प्रांगण में कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। कक्षा प्लेसे कक्षा दो तक के बच्चों के लिए फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता आयोजित की गयी जिसमें बच्चों ने भारत के अनेक राज्यों के परिधानों व पोशाओं को प्रदर्शित किया। प्रतियोगिता में कर्तव्य और भूमि ने प्रथम, आद्विक व दिशा ने दूसरा व फरहान और इनाया ने तीसरा स्थान प्राप्त कियां इस अवसर पर एक नाटिका का भी मंचन किया गया जिसमें बच्चों ने सोशल मीडिया के उपयोग व दुरुपयोग को दिखाया कि ये किस तरह से हमारे जीवन पर अपना प्रभाव डालते हैं। इसके अलावा कई अन्य तरह की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। मैनेजर छाया सिंह ने बताया कि आज के बच्चे अनेक प्रतिभाओं से संपन्न है तथा समय समय पर उन्हेंने अपनी प्रतिभाओं का लोहा भी मनवाया है। इस अवसर पर स्कूल प्रधानाचार्य राहुल चौधरी, एक्टिविटी इंचार्ज सीमा शर्मा, थारूस उपमन्यु, इंदू नामदेव, अंशिका आदि भी मौजूद रहे।