-दो लोगों को कराया गया चाबी देकर गृह प्रवेश
-ब्लाक प्रमुख डॉक्टर विनोद मलिक ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां
कांधला। खंड विकास कार्यालय प्रांगण में एमएलसी विरेंद्र सिंह और सीडीओ शंभू नाथ तिवारी और ब्लॉक प्रमुख डॉक्टर विनोद मलिक के द्वारा दो पात्र लोगों को मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण की चाबी दी गई, साथ ही बारह पात्र लोगों को स्वीकृति पत्र और कंबल वितरण भी किया गया। इस दौरान दर्जनों लोग मौजूद रहे।
खंड विकास कार्यालय प्रांगण में मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का लाइव प्रसारण किया गया। लाइव प्रसारण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के लोगों को संबोधित किया। कार्यक्रम में मौजूद लोगो को सीडीओ शंभू नाथ तिवारी ने सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। एमएलसी वीरेंद्र सिंह ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जितना विकास कार्य भाजपा सरकार में हो रहा है। उतना विकास कार्य किसी भी सरकार में नहीं हुआ है। केंद्र और राज्य सरकार ने देश के 45 लाख लोगों को प्रधानमंत्री आवास और मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत लाभान्वित किया गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों में पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ नहीं मिलता था, जबकि अपात्र लोग योजनाओं का लाभ लेते थे। ब्लाक प्रमुख डॉक्टर विनोद मलिक ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार में बेटी पैदा होने के बाद स्नातक तक की पढ़ाई का खर्च सरकार उठाती है। सरकार के द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के साथ ही दर्जनों योजनाएं लागू की गई है। जिनका सीधा लाभ पात्र लोगों को मिल रहा है। इस दौरान एमएलसी वीरेंद्र सिंह, सीडीओ शंभू नाथ तिवारी और ब्लॉक प्रमुख डॉक्टर विनोद मलिक के द्वारा संयुक्त रूप से दो पात्र लोगों को मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत गृह प्रवेश की चाबी दी गई, साथ ही बारह लोगों को मकान बनाने के लिए स्वीकृति पत्र और कंबल दिए गए। जिन लोगों को स्वीकृति पत्र दिए गए हैं, उनके खाते में चालीस-चालीस हजार की धनराशि भेज दी गई है। इस दौरान बीडीओ सुनील कुमार, एडीओ पंचायत सतीश कुमार, संदीप, निशांत मान, अरशद सैफी, तपेश गिरी, भारसी ग्राम प्रधान संदीप पंवार, राजपाल प्रधान, प्रवीण प्रधान नाला, शिवकुमार प्रधान जसाला, उमर नवाज प्रधान, आरिफ जंग प्रधान मलकपुर, खंद्रावली ग्राम पंचायत प्रतिनिधि जीवा गुर्जर सहित आदि मौजूद रहे।