पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह की धमकी के सामने, वापस हटे प्रशासन के कदम

पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह की धमकी के सामने, वापस हटे प्रशासन के कदम
  बिडोली में अवैध कब्जा हटाने गई एसडीएम के नेतृत्व वाली हाईवे और राजस्व की संयुक्त टीम वापस
झिंझाना : हाईवे के चौड़ीकरण की जद में आए स्थाई अतिक्रमण को हटाने पहुंची एसडीएम वाली राजस्व और हाईवे की टीम को आरोपी के हाई वोल्टेज ड्रामे के कारण दबे पांव वापस आना पड़ा। जिससे अवैध कब्जा नहीं हटाया जा सका। इस संबंध में अधिकारियों का पक्ष जानने के लिए फोन भी रिसीव नहीं हुए।

          करनाल मेरठ हाईवे के चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। आज गुरुवार को दोपहर के समय हाईवे के प्रोजेक्ट मैनेजर अजय सिंह चारण , एसडीएम ऊन निकिता शर्मा , नायब तहसीलदार ऊन सचिन वर्मा अपनी राजस्व टीम और पुलिस फोर्स को लेकर बिडोली के मजरे मन्नू गढ़ में स्थित करण पुत्र बाबूराम के मकान को तोड़ने के लिए जेसीबी आदि मशीनों के साथ पहुंचे थे। इस पर करण सिंह ने
अपना पक्ष रखते हुए अपने मकान को निजी भूमि में बताया और साथ ही कोर्ट में भी विचाराधीन बताते हुए मकान तोड़ने का विरोध किया । बताया गया कि प्रशासनिक अधिकारियों ने एक ना सुनी और अपना काम शुरू कर दिया। तब इस पर करण ने अपनी लाश के ऊपर से गुजर कर ही मकान तोड़ने की चेतावनी दे डाली। और अपने मकान की छत पर पहुंचकर आत्मदाह की चेतावनी देते हुए पेट्रोल छिड़क लिया । इस हाई वोल्टेज ड्रामा को देखकर किसी टकराव की आशंका से बचते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने वापस लौटना ही उचित समझा , और कब्जा लेने गई टीम वापस लौट आई । मगर इस संबंध में मीडिया कर्मियों ने हाईवे और प्रशासनिक अधिकारियों के फोन संपर्क कर उनका पक्ष जानना चाहा मगर फोन रिसीव नहीं हुए । नायब तहसीलदार सचिन वर्मा ने बताया कि हाईवे की जद में आने वाले मकान पीडब्ल्यूडी की जगह में है जो अवैध है। मगर मकान मालिक इस मकान को निजी जगह में बता रहे हैं। और आज टीम कब्जा लेने गई थी , मगर विरोध की वजह से वापस आ गई । 
     उधर मकान मालिक के एक परिजन ने बताया कि यह मामला कोर्ट में चल रहा था और लोअर कोर्ट से इस मामले को जीत गए हैं। और अब हाई कोर्ट में विचाराधीन है। उनका कहना है कि कोर्ट में मामला चलते हुए जिस तरह से राजस्व अधिकारियों ने जबरदस्ती मकान तोड़ने की कोशिश की तो ऐसे में अधिकारियों पर कोर्ट के आदेश की अवहेलना का मामला बनता है। और जो भी आगे की कार्रवाई होगी हम करेंगे । इस संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों से उनका कोई भी पक्ष नहीं मिल पाया।
  -केरटू में भी हुआ था इसी तरह का हाई वोल्टेज ड्रामा
     करीब डेढ़ वर्ष पहले केरटू गाँव में अप्रैल 2021 में इस हाईवे के चौड़ीकरण की जद में आए एक मकान को भी तोड़ने गई टीम को हाई वोल्टेज ड्रामे पर वापस लौटना पड़ा था। ऐसे में मकान मालिक ने मकान की तीसरी मंजिल की छत पर चढ़कर कूदकर आत्महत्या करने की धमकी दी थी , और प्रशासन चुपचाप लौट आया था । आज भी इसी तरह के हाई वोल्टेज ड्रामे को अपनाया गया।