रुक रुक कर हुई बारिश मे चिंघाड़ कर रोया विकास

रविवार रात से शुरू हुई बरसात ने हर तरफ़ जन जीवन किया अस्त व्यस्त।जल भराव ने खोली कागजी विकास व मुँह जुबानी घोषणाओं की पोल।टूटा स्मार्ट सिटी का दिवास्वप्न।

रुक रुक कर हुई बारिश मे चिंघाड़ कर रोया विकास
कानपुर सेंट्रल के बाहर भरा पानी

महेंद्र राज  (मण्डल प्रभारी)

रविवार से शुरू हुई बारिश सोमवार सुबह तक होती रही। बारिश ने स्मार्ट सिटी कानपुर की पोल खोल कर रख दी। तस्वीर देखने पर लग रहा है जैसे कि नदी या फिर तालाब है। कानपुर सेंट्रल स्टेशन के बाहर बारिश के बाद भीषण जलभराव हो गया। जिसकी वजह से यात्रियों को ठंड के बीच पानी से होकर स्टेशन के अंदर जाना पड़ रहा है। वहीं, स्टेशन के अंदर से बाहर आने वाले यात्रियों को भी पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है। यात्री हाथों में जूते चप्पल और पैंट को घुटनों तक चढ़ाकर जाने को मजबूर हैं।कानपुर सेंट्रल स्टेशन सिटी साइड घंटाघर की तरफ प्रवेश और निकासी द्धार पर बारिश की वजह से जलभराव हो गया।सैकड़ों यात्री लाइन लगा कर पानी से होकर स्टेशन की सीढ़ियों की तरफ बढ़ रहे थे। छोटे-छोटे बच्चों और महिलाओं को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।रूक-रूक कर हो रही बारिश ने लोगों ने की मुश्किलों को और बढ़ा रही है।यात्रियों के मुताबिक उनकी ट्रेन का समय हो गया था। सैकड़ों लोग लाइन में लग कर स्टेशन की सीढ़ियों तक पहुंच रहे थे।इसके साथ ही स्टेशन के अंदर से आने वाले यात्री भी उसी लाइन में लगकर बाहर आ रहे हैं। जिसकी वजह से उनकी ट्रेनें छूट गई।दूसरी तरफ कई यात्रियों की गाड़ी प्लेटफार्म पर खड़ी हो गई। ट्रेन छूटे नहीं इस लिए पानी के बीच से होकर स्टेशन तक पहुंचे।कानपुर सेंट्रल स्टेशन के बाहर जल भराव होने से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यात्रियों ने जलभराव को लेकर नाराजगी जाहिर की है। एक यात्री का कहना है कि कानपुर सेंट्रल स्टेशन उत्तर प्रदेश के बड़े स्टेशनों में शुमार है पर इसके हाल बदहाल हैं।जरा सी बारिश में स्टेशन के बाहर का हिस्सा तालाब में तब्दील हो गया।मूक व नाकारा जिम्मेदारों पर कार्यवाही तथा जल निकासी की व्यवस्था होनी चाहिए।