चित्रकूट -राजस्व परिषद अध्यक्ष ने आई जी आर एस में उत्तर प्रदेश में चित्रकूट जिला टाप टेन आने पर दी बधाई।

चित्रकूट -राजस्व परिषद अध्यक्ष ने आई जी आर एस में उत्तर प्रदेश में चित्रकूट जिला टाप टेन आने पर दी बधाई।

राजस्व परिषद अध्यक्ष उत्तर प्रदेश (लखनऊ) संजीव मित्तल ने आज आयुक्त चित्रकूट धाम मंडल बांदा आर पी सिंह, जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द की उपस्थिति मे कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालय के विभिन्न पटलों में से आइजीआरएस, ई आर के, राजस्व अभिलेखागार, एनआईसी, कोषागार, व तहसील कर्वी के नकल खतौनी कम्प्यूटराईड पटल, न्यायालय कर्वी, नजारत, रजिस्टार कानूनगो, भूमि लेखा कार्यालय, सभागार तहसील कर्वी, राज्य कर्मचारी कल्याण निगम का औचक निरीक्षण कर जायजा लिया। उन्होंने आईजीआरएस के बारे में जानकारी लिया जिसमें अपर जिलाधिकारी न्यायिक वंदिता श्रीवास्तव ने बताया कि आईजीआरएस के निस्तारण पर प्रदेश में जनपद चित्रकूट प्रथम स्थान पाया है जिस पर अध्यक्ष राजस्व परिषद ने जिलाधिकारी सहित सभी अधिकारियों को बधाई दी, उन्होंने राजस्व अभिलेखागार के निरीक्षण के दौरान अभिलेखागार प्रभारी से कहा कि अभिलेखों का रखरखाव सही तरीके से कराया जाए, एनआईसी के निरीक्षण पर जिला सूचना विज्ञान अधिकारी से कंप्यूटरीकृत खतौनी आदि की जानकारी की तथा कहा कि जो राजस्व संबंधी समस्याएं आए उसका समय से निस्तारण कराएं।

तत्पश्चात मां अध्यक्ष राजस्व परिषद श्री संजीव मित्तल ने जिलाधिकारी कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की उन्होंने निर्देश दिए कि राजस्व वादों के निस्तारण में तेजी लाएं तथा प्राथमिकता पर पुराने वादों का निस्तारण नियमित रूप से तिथि निर्धारित कर कराया जाए मुख्यालय एवं तहसील के सभी राजस्व अधिकारियों द्वारा वादों का निस्तारण समय से गुणवत्ता के साथ निस्तारित करें राजस्व वाद अधिक समय तक लंबित नहीं रहना चाहिए, लक्ष्य के अनुसार राजस्व वसूली में तेजी लाकर कार्य को पूर्ण करें भूमि विवाद एवं वरासत के प्रकरणों को समय से तत्परता के साथ निस्तारित किया जाए स्वामित्व योजना के अंतर्गत स्वामित्व निर्धारण के कार्यों पर कहा कि घरौनी के कार्यों को प्राथमिकता पर निस्तारण कराए जाएं जनसुनवाई एवं संपूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त जन शिकायतें तथा आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त प्रकरणों को समयबध्यता के साथ गुणवत्ता युक्त शासन के निर्देशों के अनुसार निस्तारित करें। उन्होंने उपजिलाधिकारियों तथा तहसील स्तरीय अधिकारियों से कहा कि तहसीलों में ही निवास कर संबंधित कार्यों का रणनीति बनाकर निस्तारण करें उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के देयको का भुगतान समय से किया जाए लंबित विभागीय कार्यवाही के प्रकरणों पेंशनर्स का भी निस्तारण करें, विभिन्न न्यायालयों में लंबित वादों एवं अन्य विभागीय संदर्भों का भी निस्तारण समय से कराया जाए।

तदोपरांत मां अध्यक्ष राजस्व परिषद ने उप जिलाधिकारी करबी के सभाकक्ष में तहसील स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर कहा कि दाखिल दफ्तर के कार्यों के निस्तारण राजस्व वादों एवं फौजदारी वादों का निस्तारण तथा आय जाति निवास प्रमाण पत्रों को जारी करने के प्रकरणों तथा एल आर एवं जेड ए के मामलों के निस्तारण के संबंध में कहा कि कार्यो को समयबद्ध एवं गुणवत्ता के साथ किया जाए इन कार्यों में किसी भी प्रकार की कमी न रहने पाए, उप जिलाधिकारी तहसीलदार तहसील स्तर पर न्यायालय के द्वारा राजस्व वादों के निस्तारण करने के पश्चात आर्डर शीट जारी करने के कार्य को चेक करते हुए निस्तारित करें पुराने लंबित राजस्व वादों का निस्तारण प्राथमिकता पर नियमित रूप से न्यायालय में अधिकारियों द्वारा किया जाए इस कार्य में और तेजी लाई जाए भूमि विवाद प्रकरणों एवं अन्य राजस्व संबंधी मामलों का निस्तारण स्थलीय निरीक्षण कर कराएं, समीक्षा के दौरान उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि शासन की मंशा के अनुरूप राजस्व विभाग की जो भी योजनाएं संचालित है उनका सही तरीके से अनुपालन कराते हुए जिले की आम जनमानस को लाभान्वित कराया जाए। उन्होंने जिलाधिकारी श्री अभिषेक आनन्द से कहा कि राजस्व परिषद की जितनी भी योजनाओं का संचालन हो रहा है त्वरित कार्यवाही कराएं।

इसके पूर्व अध्यक्ष राजस्व परिषद ने कलेक्ट्रेट परिसर में गार्ड ऑफ ऑनर लिया तथा जिलाधिकारी सहित सभी अधिकारियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया इसके बाद कलेक्ट्रेट परिसर में अध्यक्ष राजस्व परिषद ने हरिशंकरि का पौधारोपण भी किया।

निरीक्षण के दौरान उप भूमि व्यवस्था आयुक्त लखनऊ भीष्म लाल वर्मा, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व कुंवर बहादुर सिंह, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे सुनंदु सुधाकरण, अपर जिलाधिकारी न्यायिक वंदिता श्रीवास्तव, उपजिलाधिकारी कर्वी राजबहादुर, मऊ नवदीप शुक्ला, राजापुर प्रमोद कुमार झा, मानिकपुर प्रमेश श्रीवास्तव सहित राजस्व विभाग के अनेक अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।