एटा मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर मरीज को लिख रहे हैं बाहर की दवाईयाँ (प्राचार्य के मना करने पर भी लिखी जा रही हैं बाजार से दवाइयां)

एटा मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर मरीज को लिख रहे हैं बाहर की दवाईयाँ (प्राचार्य के मना करने पर भी लिखी जा रही हैं बाजार से दवाइयां)

एटा। वीरांगना अवंती बाई लोधी स्वाशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय एटा में मरीजों को लिखी जा रही बाहर की दवाइयां। आपको बता दें आज मरीज सुमन गुप्ता अपने आप को दिखाने वीरांगना अवंती बाई लोधी स्वाशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय एटा में पहुंची। जहां महिला डॉक्टर आकांक्षा जो ओपीडी द्वितीय तल पर मरीज को देखती हैं उन्होंने सुमन गुप्ता को बाहर के प्रतिष्ठित मेडिकल स्टोर का नाम बताकर दवा लिखकर पर्चा थमा दिया। वहीं मेडिकल कालेज के प्रचार्य द्वारा शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में अवगत कराया गया था कि राज्य सरकार एवं मेरे द्वारा निर्देशित किया गया है, कि बाहर की दवाई ना लिखने के कड़े निर्देश हैं। उन निर्दोशौ को मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने तक पर रखकर आदेशों की धाज्जिंया उड़ाई जा रही हैं। जब प्रचार्य से फोन पर बार्ता कर महिला डॉक्टर आकांक्षा द्वारा सुमन गुप्ता के पर्चा पर बाहर की दवाई का मामला अवगत कराते हुए सामने रखा ही था। तो प्रचार्य ने कहा कि हमारे यहां कोई बाहर की दवाई नहीं लिखी जा रही है। शायद प्रचार्य के रवैया से प्रतीत होता है, कि प्रचार्य भी पीछे से डॉक्टर के पक्ष में खड़े दिखाई देते हैं। आपको पता होगा यह मेडिकल कॉलेज घोषित हुए करीब 3 वर्ष बीत चुके हैं किंतु जिला चिकित्सालय को मेडिकल कॉलेज में परिवर्तित होने से जनपद वासियों को मेडिकल कॉलेज होने का फायदा नजर ही नहीं आता। जिला चिकित्सालय में जो सुविधा आमजन को प्राप्त हो रही थी उसके विपरीत मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्थाओं का पुल्लंदा पड़ता जा रहा है। यह तो भविष्य के गर्त में छिपा है की प्रचार्य मेडिकल कॉलेज में व्यप्त अनियमिताओ पर अंकुश लगा पाने में कामयाब होते भी हैं या नहीं। यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

ब्यूरो रिपोर्ट मिथुन गुप्ता एटा